गिरिडीहः जिला प्रशासन की रणनीति और सटीक चौकसी काम आयी. हर बूथ पर पर्याप्त संख्या में बलों की तैनाती हुई. जिसका परिणाम रहा कि डुमरी विधानसभा उपचुनाव का मतदान शांतिपूर्ण रहा. यहां सुबह 7 बजे से ही मतदाता केंद्र पर पहुंचने लगे. शाम 5 बजे तक मतदान की प्रक्रिया चलती रही. कुछेक बूथ में शाम पांच बजे के बाद भी कई बूथों पर मतदान हुआ. 10 घंटे तक चले मतदान के दौरान कहीं से भी किसी प्रकार की गड़बड़ी की शिकायत नहीं आयी. मतदान के बाद इवीएम को सील कर सुरक्षित वज्रगृह (गिरिडीह बाजार समिति) में रखा गया.
इसे भी पढ़ें- Dumri By Election: ईवीएम में कैद हुई प्रत्याशियों की किस्मत, 8 सितंबर को खुलेगा पिटारा
उग्रवाद प्रभावित इलाके में बेखौफ होकर निकले मतदाताः डुमरी उपचुनाव के दौरान जिला प्रशासन की सबसे अधिक नजर उग्रवाद प्रभावित इलाके के बूथों पर रही. क्षेत्र के अकबकीटांड, जोभी, मोहनपुर, पारगो, मुरकुंडो समेत पांच दर्जन से अधिक बूथ पूरी तरह से नक्सल प्रभावित इलाके में था. इनमें से कई बूथ तो नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के बड़े नेताओं के घरों के करीब अवस्थित था. इन बूथों पर सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की गई थी. अर्धसैनिक बलों के साथ जिला के पुलिस पदाधिकारी की तैनाती भी की गई थी. प्रशासन की मौजूदगी का असर हुआ और ऐसे बूथों में मतदान हुआ.