गिरिडीह: मधुवन थाना क्षेत्र के पारसनाथ पहाड़ की तराई में बसे टेसाफुली गांव में सीआरपीएफ पिकेट खोलने की योजना का ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया है. इससे लेकर गुरूवार को ग्रामीणों ने टेसाफुली विद्यालय के समीप पिकेट खोलने की प्रस्तावित स्थान दरवारटांड पर बैठक की.
इस बैठक में टेसाफुली सहित भागाबांध, जय नगर,दलान चलकरी, मोहनपुर, मटियोबेड़ा, बुधनडीह, करमगढ़ा, चैनपुर, तुइयो, जोभी, चकरबरई, कुबरी, लटकट्टो और धावाटांड़ के महिला और पुरूष बैठक में उपस्थित हुए,
ग्रामीण अपने हाथ में पारंपरिक हथियार के लिए हुए थे. बैठक में शामिल ग्रामीणों का कहना था कि वे जान दे देगें परंतु किसी भी कीमत पर पिकेट खोलने के लिए जमीन नहीं देंगे.
सीआरपीएफ पिकेट गांव में खुलने से आदिवासी मूलवासी लोगों पर पुलिसिया जुल्म और बढ़ जायेगा. साथ ही आदिवासी मुलवासी संस्कृति को बचाये रखना मुश्किल होगा.
ग्रामीणों का आरोप था कि जिस जमीन पर पिकेट बनाने के लिए सर्वे किया गया है वह जमीन वैसे रैयतों की है जिनके पास इस जमीन के सिवाय अन्य कोई जमीन नहीं है जिससे उनके समक्ष रोजी रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी.
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बैठक में ग्रामीणों का यह भी कहना था कि उन्हे सूचना मिली है कि पिकेट का निर्माण होने तक टेसाफुली स्कूल भवन में अस्थायी पिकेट बनाने की योजना है.
कोरोना महामारी के कारण ऐसे भी नौ माह से बच्चों का पठन पाठन बंद है.स्कूल में अस्थायी पिकेट बन जाने से उनके बच्चों की पढ़ाई पूरी तरह बंद हो जाएगी.
बैठक के अंत में इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर पिकेट खोलने की योजना को रद्द करने की मांग करने का निर्णय लिया और मौके पर ही ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री के नाम लिखे गये पत्र पर हस्ताक्षर किया.