गिरिडीहः मनरेगा की योजना को पूर्ण किये बगैर निकासी करने, मजदूर की जगह मशीन से काम लेने समेत कई तरह की अनियमितता बरतने के मामले में दो रोजगार सेवक को बर्खास्त कर दिया गया है. जिन रोजगार सेवकों को बर्खास्त किया गया है, उनमें सदर प्रखंड के जीतपुर के रोजगार सेवक मो तबारक और मंगरोडीह के रोजगार सेवक विजय कुमार वैद्य शामिल हैं. यह कार्रवाई डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने की है.
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बता दें कि पूरी कार्रवाई अनियमितता की शिकायत के बाद गठित जांच कमिटी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है. इसके अलावा मंगरोडीह की मुखिया आशा देवी की वित्तीय शक्ति जब्त करने की भी कार्रवाई शुरू की गई है. जबकि मंगरोडीह के पंचायत सेवक बाबूजन मरांडी के विरुद्ध प्रपत्र गठित कर दिया गया है. डीसी ने इस तरह की गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ आगे भी कार्रवाई के संकेत दिए हैं.
ग्रामीणों की शिकायत को ईटीवी ने किया था प्रकाशितःयहां बता दें कि सदर प्रखंड के जीतपुर व मंगरोडीह पंचायत में मनरेगा की योजना में गड़बड़ी की शिकायत ग्रामीणों ने की थी. ग्रामीणों ने बताया था कि उनके यहां मनरेगा में धांधली की जा रही है. काम किए बगैर कई योजना की राशि निकाल ली गई. जीतपुर के ग्रामीणों ने उन योजनाओं की लिस्ट भी शिकायत में संलग्न की थी. ग्रामीणों की इस शिकायत को ईटीवी भारत ने 14 मई को प्रकाशित भी किया था. वहीं ग्रामीणों की इस शिकायत को डीसी ने काफी गंभीरता से लिया और तुरंत ही जांच कमिटी क गठन किया था.
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लगातार हो रही है कार्रवाईः यहां बता दें कि मनरेगा में नियम विरुद्ध राशि निकासी के मामले में भी डीसी द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है. सदर प्रखंड के 11 पंचायत के मुखिया, रोजगार सेवक के अलावा बीडीओ, बीपीओ, सहायक अभियंता, पंचायत सचिव समेत कई पर कार्रवाई हुई है. जबकि 15,47,350 रुपया की वसूली भी की गई हैं. डीसी के सख्त रुख से गड़बड़ी करने वालों में हड़कंप है.