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गिरिडीहः परिजनों की डांट से बचने बच्चों ने रची अपहरण की कहानी, पुलिस ने गुत्थी सुलझाई - गिरिडीह में बच्चों के अपहरण का मामला

गिरिडीह में दो बच्चों ने परिजनों की डांट से बचने के लिए अपने अपहरण की झूठी कहानी रच दी. पुलिस की कुछ घंटे की जांच में पूरे मामले का पर्दाफाश हो गया.

बच्चों ने रची अपहरण की कहानी,
बच्चों ने रची अपहरण की कहानी,

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Published : Jun 6, 2020, 1:25 PM IST

गिरिडीहः साइकिल से गिरने के बाद चोटिल हुए बच्चों ने अभिभावकों की डांट से बचने के लिए अपहरण की झूठी कहानी ही रच डाली. हालांकि इस मामले का पटाक्षेप पुलिस ने चंद घंटों में कर दिया. यह मामला जिले के धनवार थाना अंतर्गत घोड़थम्बा ओपी इलाके से जुड़ा हुआ है. दरअसल गुरुवार की देर रात पुलिस को खबर की गयी कि एक नकाबपोश ने दो बच्चों का अपहरण किया है.

एक बच्चा किसी तरह अपहरणकर्ताओं के चंगुल से छूटकर वापस घर आ गया है. इस जानकारी के बाद एसपी सुरेंद्र कुमार झा ने सम्बंधित क्षेत्र के पुलिस अधिकारियों को त्वरित कार्रवाई करने को कहा.

एसपी के निर्देश पर इंस्पेक्टर विनय राम समेत अन्य पुलिस अधिकारियों ने जांच शुरू की तो कथित तौर पर अगवा किया गया लड़का अपने पड़ोस के घर की छत पर सोया मिला.

क्या है मामला

इस संबंध में घोड़थम्बा ओपी प्रभारी आरके पांडेय ने बताया कि गुरुवार की देर रात को दो बच्चों का अपहरण करने व एक के वापस आने की सूचना मिली, जिसकी जांच की गयी. जांच में पता चला कि घोड़थम्बा निवासी सीताराम मोदी का पुत्र व अरखांगो निवासी दिवाकर साव का पुत्र देर शाम 8 बजे साइकिल पर सवार होकर घूमने निकले थे.

इसी दौरान दोनों साइकिल से गिर गए और एक के सिर में चोट लग गयी. अब अभिभावकों की डांट न पड़े तो दोनों ने नकाबपोश के जरिए अपहरण करने की कहानी ही गढ़ डाली. एक बच्चा अपने पड़ोसी के घर पर जाकर सो गया, जबकि दूसरा अपने घर जाकर अपहरण की कहानी बताने लगा. यह बताया कि दो बाइक पर सवार तीन लोगों ने उसका व उसके दोस्त को रास्ते से उठा लिया.

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इसके बाद चलती बाइक से उसे फेंक दिया. ओपी प्रभारी का कहना है एक बच्चे से कई बार पूछताछ की गयी, लेकिन वह अपहरण की यही कहानी बताता रहा लेकिन कुछ घंटों में जब दूसरा पड़ोसी के छत पर मिला तो मामला सुलझ गया.

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