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ETV BHARAT IMPACT: खराब पड़े चापाकलों की हुई मरम्मत, ग्रामीणों ने ईटीवी भारत के प्रति आभार किया प्रकट - खराब चापाकलों की मरम्मती

गिरिडीह में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. खबर प्रकाशन के दूसरे दिन ही खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत शुरू हो गई और सभी चापाकलों को दुरूस्त कर दिया गया. इसके लिए ग्रामीणों ने ईटीवी भारत के प्रति आभार प्रकट किया है.

repair of useless handpumps in Giridih
खराब पड़े चापाकलों की हुई मरम्मती

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Published : Mar 31, 2021, 8:01 PM IST

गिरिडीह: जिले के बगोदर प्रखंड में ईटीवी भारत की खबर असर हुआ है. खबर प्रकाशन के दूसरे दिन ही खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत शुरू हुई और सभी चापाकलों को दुरूस्त कर दिया गया. इससे ग्रामीणों में खुशी है. ग्रामीणों ने इसके लिए ईटीवी भारत के प्रति आभार प्रकट किया है.

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पेयजल की किल्लत

बगोदर प्रखंड के औरा पंचायत अंतर्गत दामा गांव में महीनों से एक दर्जन चापाकल खराब पड़े हुए थे. जब गर्मी शुरू हुई तब ग्रामीणों को पेयजल की किल्लत का सामना करना पड़ा. इसके बाद ग्रामीणों ने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग को मामले की जानकारी दी. ग्रामीण नरेश ठाकुर ने बताया कि विभाग ने मामले को पहले गंभीरता से नहीं लिया. इसके बाद ईटीवी भारत की टीम को मामले से अवगत कराया गया.

चापाकलों की मरम्मत

ईटीवी भारत की टीम गांव पहुंचकर मामले का जायजा लिया और मंगलवार को इसे प्रमुखता से प्रकाशित भी किया गया. इसके बाद दूसरे दिन बुधवार को खराब पड़े चापाकलों की मरम्मत के लिए मेकैनिक की दो टीम गांव पहुंची और खराब पड़े सभी चापाकलों की मरम्मत कर दी. चापाकलों की मरम्मत होने से ग्रामीणों को अब पेयजल की समस्या से जुझना नहीं पड़ेगा.

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लाखों की लागत से लगया गया था जल मीनार

बगोदर प्रखंड के औरा पंचायत अंतर्गत दामा गांव में ग्रामीणों के लिए पेयजल की सुविधा के लिए चापाकल और जल मीनार लगाया गया है, जो खराब पड़ा है. सौर ऊर्जा से संचालित होने वाले तीन जल मीनार भी खराब पड़े हैं. इससे ग्रामीणों में नाराजगी है. ग्रामीणों की मांग है कि चापाकल एवं जल मीनार को मरम्मत कर चालू किया जाए. ग्रामीणों का कहना है कि पेयजल की सुविधा के लिए 5 साल पहले लाखों की लागत से जल मीनार लगया गया. लेकिन, चालू होने के कुछ दिनों के बाद ही खराब हो गया. इसके बाद से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ गया है. पंचायत के मुखिया महेश कुमार ने बताया कि खराब पड़े चापाकलों और सौर ऊर्जा से संचालित जलापूर्ति सिस्टम को शीघ्र ही दुरूस्त किया जाएगा.

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