गिरिडीहः बगोदर में हिंदू-मुस्लिम एकता ने मिसाल पेश की है. यहां ब्रेन ट्यूमर से ग्रसित युवक सलमान के इलाज में दोनों समुदाय के लोगों ने आगे आकर आर्थिक सहयोग किया है. इससे सलमान का समुचित इलाज संभव हुआ और उसे नई जिंदगी मिल पाई है.
मानवता का मिसाल पेश
गिरिडीहः बगोदर में हिंदू-मुस्लिम एकता ने मिसाल पेश की है. यहां ब्रेन ट्यूमर से ग्रसित युवक सलमान के इलाज में दोनों समुदाय के लोगों ने आगे आकर आर्थिक सहयोग किया है. इससे सलमान का समुचित इलाज संभव हुआ और उसे नई जिंदगी मिल पाई है.
मानवता का मिसाल पेश
मामला बगोदर प्रखंड के खरखरो गांव का है. इस गांव के सलमान अंसारी को ब्रेन ट्यूमर हो गया था. परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण उसका समुचित इलाज नहीं हो पा रहा था. इससे वह चार सालों से पीड़ित था. परिजनों ने लोगों से बेटे के इलाज के लिए आर्थिक सहयोग की अपील की थी. उसके बाद लोगों ने चंदा जमा कर मानवता की मिसाल पेश की और फिर समुचित इलाज के लिए सलमान को मुंबई भेजा गया.
चेहरे पर लौटी मुस्कान
मजहबी एकता के सहयोग से ही आज ब्रेन ट्यूमर का मरीज सलमान अंसारी का समुचित इलाज हो पाया है और उसके परिवार में खुशियां लौट आई है. सलमान की मां ने बताया कि परिवार की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि सलमान का इलाज अच्छे अस्पताल में करवा सके. ऐसे में जन सहयोग से सलमान का इलाज करवाया गया. उन्होंने इसके लिए हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय के लोगों के प्रति आभार प्रकट किया है. वहीं, स्थानीय मुखिया अखतर अंसारी ने सलमान से मुलाकात कर लोगों के सहयोग की तारीफ की.