गिरिडीह:केन्द्रीय कारा में एक बंदी ने फांसी लगाकर जान दे दी है. घटना शुक्रवार की शाम लगभग 6 बजे की है. मृतक पीरटांड़ थाना इलाके के बोनासिंघा गांव निवासी 30 वर्षीय अशोक मल्लाह है.
गमछे से झूलता मिला कैदी का शव
बताया जाता है कि शुक्रवार की शाम को बंदियों की गिनती करने के बाद सभी को वार्ड के अंदर किया जा रहा था. इस दौरान वार्ड 12 के ठीक बगल में स्थित शौचालय की तरफ जब जवान गए तो देखा की बाथरूम के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर अशोक झूल रहा था. आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर कारा के अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे सदर अस्पताल भेजा गया. इस दौरान रास्ते में उसकी मौत हो गयी.
पत्नी की हत्या का आरोप
बंदी के साथ आए कक्षपाल पवन कुमार ने बताया कि पीरटांड़ थाना कांड संख्या 19/19 धारा 304, 34 भादवि में अशोक जेल में बंद था. पिछले 6 जुलाई को ही उसे जेल लाया गया था. वहीं, पीरटांड़ थाना प्रभारी उपेन्द्र कुमार राय ने बताया कि उसपर अपनी पत्नी की हत्या का आरोप था. घटना के कुछ दिनों बाद अशोक ने न्यायालय में सरेंडर किया था.
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अस्पताल ले जाने के क्रम में तोड़ा दम
इस मामले पर जेलर कौलेश्वर पासवान ने बताया कि बंदी अशोक दिनभर ठीक था. 6 बजे अचानक जवानों ने बताया कि शौचालय के बाहर निकले छड़ में गमछा बांधकर उसने फांसी लगा ली. जवानों और कुछ बंदियों के सहारे उसे फंदे से उतारा गया और सदर अस्पताल ले जाने के क्रम में उसने दम तोड़ दिया. इस मामले की सूचना वरीय पदाधिकारियों को दे दी गयी है.