गिरिडीह: जिले के ताराटांड़ थाना इलाके के कुंडलवादाह निवासी नईम उल्लाह का अपहरण काफी शातिराना तरीके से किया गया था. नईम को फंसाने के लिए एक महिला का इस्तेमाल किया गया था. महिला से फोन करवाकर नईम को ट्रैप किया गया और इसके बाद उसका अपहरण कर लिया.
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तीनों ने बताया अपहरण की पूरी कहानी
अपहरण के बाद नईम को जामताड़ा जिले के नारायणपुर और करमाटांड़ के बीच रखा गया था. शनिवार को नईम की बरामदगी के साथ एक महिला, उसके पति और एक अन्य को गिरफ्तार किया गया. इन तीनों ने अपहरण की पूरी कहानी पुलिस को बताया. गिरफ्तार लोगों में नईम के गांव कुंडलवादाह के आम टोला निवासी मो. जियाउल अंसारी उर्फ कारू, ताराटांड़ थाना इलाके के कोरबंधा निवासी पप्पू रविदास और उसकी पत्नी मीणा देवी शामिल हैं. इस पूरे मामले की जानकारी सदर एसडीपीओ अनिल सिंह ने रविवार की शाम को प्रेस वार्ता में दी. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार इन लोगों के अलावा जामताड़ा के अपराधी भी इस कांड में शामिल हैं. जिनकी पहचान हो चुकी है. सभी की जल्द गिरफ्तारी होगी.
महिला ने प्रेमजाल में फंसाकर बुलाया था नईम को
गिरफ्तार आरोपियों में से एक मीणा देवी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने पति पप्पू दास के साथ मिलकर जियाउल से 15 हजार रुपये कर्ज लिए थे. कर्ज की राशि में से 5 हजार की वापसी जियाउल को कर दी गई थी. 10 हजार बाकी था और इस रकम की वापसी नहीं करनी पड़े, इसे लेकर जियाउल ने उससे कहा था कि वह नईम को अपने प्रेमजाल में फंसाये. इसके बाद वह जियाउल की बातों में आ गई और नईम को लगातार फोन करने लगी. फोन पर उसने नईम से नजदीकियां बढ़ाईं और 17 फरवरी की शाम को प्राथमिक विद्यालय पेक्षवारा बुलाया. यहीं से अपराधियों ने उसका अपहरण कर लिया.
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मोबाइल डाटा से मिला सुराग
अपहरण की जानकारी एसपी अमित रेणू को गुरुवार सुबह मिली थी. अपहरण की सूचना के बाद एसपी ने तुरंत ही टीम का गठन किया. टीम में सदर एसडीपीओ अनिल सिंह, डीएसपी संतोष कुमार मिश्र, साइबर डीएसपी संदीप सुमन समदर्शी के अलावा कई थाना प्रभारी और टेक्निकल सेल की टीम शामिल थी. एसपी की मॉनिटरिंग में टीम ने हर बिंदु पर पड़ताल शुरू की. हर मोबाइल का डाटा निकाला. इसके बाद मिले सुराग पर कार्रवाई की.