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गिरीडीह: कोरोना संक्रमण के खतरे पर आस्था भारी, श्रद्धालु मंदिर के गेट पर कर रहे पूजा-अर्चना

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Published : Jun 24, 2020, 5:23 PM IST

गिरिडीह जिले में कोरोन महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए सभी धार्मिक स्थलों को बंद किया गया है. इसके बावजूद भी श्रद्धालु मंदिर के गेट पर लगे ताले पर पूजा-अर्चना करने पहुंच रहे हैं. वहीं सोशल डिस्टेंसिंग के तहत मंदिर के गेट के अंदर से ही पुजारी श्रद्धालुओं को पूजा-अर्चना का संकल्प करा रहे हैं.

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मंदिर के बंद गेट पर पूजा

बगोदर, गिरिडीह:कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण पर नियंत्रण के लिए बगोदर के प्रसिद्ध शिव मंदिर हरिहर धाम में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश और पूजा-पाठ पर पिछले तीन महीने से रोक लगी हुई है. कोरोना वायरस और मंदिर बंद रहने के कारण शुरुआत के दिनों में तो श्रद्धालुओं का मंदिर पहुंचना बंद था.

इसी बीच थोड़ी छूट दिए जाने और शुभ मुहूर्तों के होने के कारण धार्मिक कार्यक्रम और समाजिक रिति-रिवाजों के निर्वहन को लेकर मंदिर की ओर लोगों का रूख बढ़ने लगा है. हालांकि मंदिर में अब भी ताले बंद हैं, मगर आस्था यहां के प्रति कुछ ऐसी है कि वे यहां पहुंचने और पूजा-पाठ करने में पीछे नहीं रह रहे हैं. मंदिर के गेट में ताला लटकने के बाद श्रद्धालुओं के मंदिर के गेट पर हीं पूजा-अर्चना कर बाबा भोले के प्रति आस्था प्रकट की जा रही है.

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श्रद्धालुओं को गेट के अंदर से कराया जा रहा संकल्प
यहां पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को सोशल डिस्टेंसिंग के तहत मंदिर के गेट के अंदर से हीं पुजारियों की तरफ से पूजा-अर्चना का संकल्प कराया जा रहा है. श्रद्धालुओं की मंदिर के गेट पर न सिर्फ पूजा-अर्चना कर अपनी आस्था को प्रकट किया जा रहा है, बल्कि मंदिर के बाहर मुंडन और मैरेज हॉल में शादी के बंधन में बंधने के बाद वर-वधू को भी मंदिर के गेट पर मत्था टेक कर बाबा भोले से वैवाहिक जीवन सुखमय व्यतीत होने की कामना की जा रही है.

श्रद्धालुओं को मंदिर खुलने की उम्मीद
मंदिर में ताला लटकने से श्रद्धालुओं को सिर्फ परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. श्रद्धालुओं में आस्था बरकरार है. पूजा-अर्चना के लिए श्रद्धालु मंदिर के आगे और पीछे के प्रवेश और निकासी द्वार में लगाए गए लोहे के गेट पर सिंदूर लगाने, प्रसाद चढ़ाने से लेकर नारियल फोड़ने का अनुष्ठान पूरा कर रहे है. इधर सभी प्रकार के व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के खुलने से अब श्रद्धालुओं को मंदिर खुलने की उम्मीद हुई है.

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