गिरिडीह/डुमरी: जीटी रोड सिक्स लेनिंग कार्य के लिए अधिग्रहित भूमि का मुआवजा और सूचना दिए बिना प्रशासन के आदेश पर कंपनी निर्माण कार्य करवा रही है. गुरुवार को इस मामले को लेकर कुलगो शिव मंदिर परिसर में प्रभावित रैयतों और ग्रामीणों की बैठक हुई. बैठक की अध्यक्षता बीस सूत्री कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के डुमरी प्रखंड उपाध्यक्ष कृष्णकांत शर्मा ने की.
इस बैठक में कंपनी और प्रशासन द्वारा बगैर किसी पूर्व सूचना के कुछ रैयतों के घरों को तोड़ने और इसका विरोध कर रहे रैयतों और ग्रामीणों पर पुलिस द्वारा बल प्रयोग किये जाने पर आक्रोश व्यक्त किया गया, साथ ही प्रशासन से जमीन की वर्तमान स्थिति के आधार पर मुआवजा देने और कंपनी द्वारा की गई तोड़फोड़ की कार्रवाई में हुई नुकसान की क्षतिपूर्ति घर वालों को देने की मांग की गई.
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि रोड निर्माण कार्य में लगी कंपनी पुलिस का भय दिखा कर बगैर मुआवजा दिये रैयतों की जमीन ले रही है और घरों को तोड़ रही है. बता दें कि जीटी रोड निर्माण के लिए अधिग्रहित की जा रही जमीन का मुआवजा देने में जिला भू-अर्जन विभाग मनमानी कर रही है. कुलगों में इसके पूर्व आवासीय दर पर मुआवजा दिया जा रहा था, लेकिन विभाग अचानक अपने निर्णय को उलट कर कृषि दर पर मुआवजा देना शुरू कर दिया. इससे रैयतों में आक्रोश है.