गिरिडीह: ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत साव हत्याकांड में अहम फैसला आया है. इस मामले के एक आरोपी को अदालत ने रिहा कर दिया है. पर्याप्त साक्ष्य के अभाव में बुधवार को मो. मोकिम अंसारी को रिहा किया गया है. बुधवार को यह फैसला जिला एवं सत्र न्यायाधीश तृतीय एसएन सिकदर की अदालत ने सुनाया है. अदालत के समक्ष अभियोजन पक्ष द्वारा आरोपी पचम्बा थाना इलाके के धोबीडीह निवासी मो. मोकिम अंसारी के विरुद्ध हत्या करने का आरोप साबित करने में असफल रहे. किसी भी प्रकार का ठोस साक्ष्य अदालत में प्रस्तुत नहीं किया जा सका.
ग्राफिक्स डिजाइनर हत्याकांड का एक आरोपी रिहा, गिरिडीह कोर्ट ने सुनाया फैसला
गिरिडीह के बहुचर्चित ग्राफिक्स डिजाइनर रंजीत साव हत्याकांड में फैसला आया है. इस मामले में एक आरोपी को रिहा कर दिया गया है. साक्ष्य के अभाव में अदालत ने यह फैसला सुनाया है.
ये भी पढ़ें-चंद रुपयों के लिए जावेद ने ली थी जिगरी दोस्त रंजीत की जान, पुलिस के सामने उगले कई राज
क्या है यह मामला:यहां बता दें कि महेशलुंडी निवासी रंजीत साव ग्राफिक्स डिजाइनर था. 17 दिसम्बर 2020 की शाम से वह लापता था. 18 दिसम्बर को उसका शव मुफ्फसिल थाना इलाके के गुजियाडीह हवेली से बरामद किया गया था. इस हत्या को लेकर मृतक के पिता द्वारा मुफ्फसिल थाना में कांड संख्या 322/20 अंकित कराया गया था. लाश मिलने के बाद रंजीत के दोस्त जावेद की तलाश की जाने लगी. इस बीच मोकिम अंसारी को गिरफ्तार किया गया.
हत्या के दो साल बाद गिरफ्तार हुआ मुख्य आरोपी: मोकिम को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया. जबकि फरार चल रहे जावेद की तलाश तेज की गई. पुलिस की अलग अलग टीम जावेद को खोजने में जुटी रही. इस बीच घटना के लगभग दो वर्ष बाद कांड के मुख्य आरोपी जावेद को गिरफ्तार किया गया था. जावेद की गिरफ्तारी के बाद यह साफ हुआ कि हत्या के पीछे की वजह पैसा रहा था. अभी जावेद का मामला अदालत में चल रहा है.