गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड में उद्घाटन के महज 16 घंटे के अंदर कोनार नहर बह जाने के मामले का बगोदर विधायक नागेंद्र महतो सहित दो पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह और गौतम सागर राणा ने जायजा लिया. इस दौरान नहर बहने के कारणों, नहर के तटबंध टूटने से नहर के पानी से किसानों को हुए नुकसान का भी नेताओं ने जायजा लिया.
उद्घाटन के 16 घंटे के अंदर बह गया नहर
बगोदर प्रखंड के कुसमरजा के निकट घोसको के पास कच्चा नहर का तटबंध बुधवार को देर रात्रि में हीं टूट गया था. इससे नहर का पानी खेतों में चले जाने से मकई की तैयार फसलें सहित धान की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. किसानों के अनुसार लाखों रुपए का नुकसान किसानों को हुआ है. उत्तरी छोटानागपुर का बहुप्रतीक्षित कोनार नहर सिंचाई परियोजना का सीएम रघुवर दास ने 28 अगस्त को उद्घाटन किया था. उद्घाटन के महज 16 घंटे के अंदर नहर बह गया था.
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विधायक ने घटना को बताया दुखद
बगोदर के भाजपा विधायक नागेंद्र महतो ने नहर के बहने की घटना को दुखद बताया. उन्होंने कहा कि नहर में पानी अधिक भरने से नहर का तटबंध टूटा है. एक बात यह भी सामने आई है कि कुसमरजा में बने जल ब्रेकर जो कि भागलपुर की तरफ का है, नहर में पानी भरने से उसे खोल दिया गया था मगर असमाजिक तत्वों ने उसे रात में हीं चुपके से बंद कर दिया. इससे नहर का पानी नहर में बढ़ गया और नहर बह गई. उन्होंने कहा कि नहर बहने से प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने के लिए प्रयास शुरू कर दिया हूं.
पूर्व विधायक विनोद सिंह ने की जांच की मांग
पूर्व विधायक विनोद कुमार सिंह ने कहा कि राजनीतिक लाभ लेने के लिए अधूरे नहर को सरकार ने चालू कर दिया. इसका खामियाजा यहां के किसानों को झेलनी पड़ रही है. नहर का बहना बुलाए हुए आफत के समान है. उन्होंने मामले की जांच, दोषियों पर कार्रवाई और प्रभावित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है.
मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट था कोनार नहरः गौतम
पूर्व विधायक गौतम सागर राणा ने नहर टूटने पर दुख प्रकट करते हुए कहा कि जब वह बगोदर के विधायक थे, उस समय कोनार नहर उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था. उन्होंने कहा कि नहर का टूटना विभागीय चूक को दर्शाता है. उन्होंने कहा कि देर से ही भला नहर चालू हुआ यह खुशी की बात है, लेकिन नहर बहना दुखद है. उन्होंने मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई के साथ-साथ प्रभावित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग की है.