बगोदर, गिरिडीह: जिले के बगोदर प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिकाओं ने विभाग और सेविकाओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. सहायिकाओं ने दोनों पर दोहरी नीति अपनाने का आरोप लगाया है. दोहरी नीति का विरोध करने के लिए सहायिकाओं ने बैठक कर कमेटी का गठन (Meeting Of Bagodar Anganwadi Sahayika) किया है. सहायिकाओं ने कहा है कि दोहरी नीति का विरोध अब प्रदेश भर में होने लगा है. इस कारण अब सहायिका असहाय और उपेक्षित महसूस कर रही हैं.
गिरिडीहः बगोदर के आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिकाओं ने विभाग और सेविकाओं के खिलाफ खोला मोर्चा, दोहरी नीति अपनाने का लगाया आरोप - Bagodar News
बगोदर प्रखंड के आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायिकाएं खुद को उपेक्षित महसूस कर रही हैं. सहायिकाओं ने इसको लेकर विभाग और सेविकाओं के खिलाफ नाराजगी जतायी है. सहायिकाओं ने विभाग पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है. इसका पुरजोर विरोध करने के लिए सहायिकाओं ने बैठक कर कमेटी का गठन किया (Meeting Of Bagodar Anganwadi Sahayika In Giridih) है.
बगोदर के आंगनबाड़ी केंद्रों में गैस चूल्हा उपलब्ध कराने की मांगः सहायिकाओं ने विभाग पर निशाना साधते हुए कहा है कि अलग-अलग प्रखंडों में अलग-अलग नीति अपनाई जा (Anganwadi Sahayika Opened Front Against Department) रही है. बगोदर प्रखंड के आंगनबाड़ी केद्रों में नौनिहालों का पोषाहार लकड़ी और कोयला के चूल्हे के सहारे बनाया जाता है, जबकि दूसरे प्रखंडों में रसोई गैस मुहैया करा दी गई है. कोयला और लकड़ी से मिट्टी के चूल्हे पर खाना बनाने में परेशानी का सामना सहायिकाओं को करना पड़ रहा है. वहीं आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं पर निशाना साधते हुए कहा कि सेविकाएं केंद्र का मालिक खुद को समझती हैं, जबकि सहायिकाओं को केंद्र का नौकर मानती हैं.
सेविकाओं पर पोषाहार की राशि बंदरबांट करने का आरोपः इस दौरना नाराज सहायिकाओं ने सेविकाओं पर पोषाहार की राशि अपने घरों में रखने और उसका बंदरबांट करने का भी आरोप (Front Against Anganwadi Sewika) लगाया है. पोषाहार की खरीदारी भी गुपचुप तरीके से किए जाने का आरोप सेविकाओं पर लगाया गया है. पोषाहार की खरीदारी भी पोषाहार राशि की निकासी की तरह किए जाने की मांग सहायिकाओं ने की है.
सेविका और सहायिका के मानदेय के अंतर पर भी नाराजगी जतायीः इस दौरान सहायिकाओं ने सेविका और सहायिका के मानदेय के अंतर पर भी नाराजगी जताते हुए मानदेय बढ़ाने की मांग की है. मौके पर सहायिका संघ का गठन (Formation Of Sahayika Sangh) किया गया. जिसमें गीता कुमारी को संघ का अध्यक्ष और शीला देवी को सचिव बनाया गया. बैठक में तुली देवी, अनिता शर्मा, वीना देवी, चंपा देवी, माया देवी, शंकुतला देवी, साजदा खातून, मीना गुप्ता आदि सहायिकाएं उपस्थित थीं.