गिरिडीह:ढाई महीने से मलेशिया में फंसे 10 प्रवासी मजदूरों की वापसी (labourers returned jharkhand) हो गई है. हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो जिले के 30 प्रवासी मजदूर पिछले ढाई महीने से मलेशिया में फंसे हुए थे. वहां फंसे मजदूरों ने सोशल मीडिया में लगातार वीडियो शेयर कर अपनी पीड़ा साझा की थी. वीडियो के माध्यम से मजदूरों ने बकाया मजदूरी के भुगतान और वतन वापसी की गुहार लगाई थी. जिसके बाद राज्य सरकार के श्रम विभाग (Labour Department )के प्रयास से मजदूर आने लगे हैं.
मलेशिया में फंसे 10 मजदूरों की हुई घर वापसी, 20 अब भी फंसे - jharkhand news
झारखंड के 30 मजदूर मलेशिया में फंसे (labours trapped in malaysia) है. जिन्होंने घर वापसी को लेकर राज्य और केंद्र सरकार से गुहार लगाई थी. इनमें से 28 अप्रैल को 10 मजूदर (labourers returned jharkhand) की घर वापसी हुई. मजदूरों के वापस लौटने से परिजनों में उत्साह का माहौल है.
![मलेशिया में फंसे 10 मजदूरों की हुई घर वापसी, 20 अब भी फंसे labourers returned jharkhand](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-15141808-thumbnail-3x2-malay.jpg)
अब भी फंसे हैं 20 मजूदर:मामले की जानकारी होते ही सरकार ने गंभीरता दिखाई और मजदूरों की वापसी शुरू हुई है. हालांकि 20 मजदूर मलेशिया में अब भी फंसे (labours trapped in malaysia) हुए हैं. उनकी वापसी अभी तय नहीं हुई है. इससे वहां फंसे मजदूरों और उनके परिजनों में मायूसी है. वतन लौटने वाले मजदूरों में बगोदर प्रखंड के खेतको के विनोद कुमार, बासुदेव महतो, बुधन महतो, रामेश्वर महतो, डुमरी प्रखंड के घुटवाली के विनोद महतो, सेवाटांड के देवानंद महतो, बोकारो जिला के नावाडीह प्रखंड के महुआटांड के झरी कमार, गोमिया प्रखंड के तिसकोपी के प्रेमलाल महतो और हजारीबाग जिला के बिष्णुगढ़ प्रखंड के चानो निवासी भुनेश्वर महतो शामिल हैं.