गिरिडीहः अफ्रीका के माली में फंसे झारखंड के 33 मजदूरों की जल्द ही घर वापसी होगी. इसके साथ ही पांच दिनों के भीतर इन मजदूरों के बकाया वेतन में से 2 माह का वेतन भी दिया जाएगा. यह निर्णय माली के बमाको स्थित भारतीय दूतावास में झारखंड के प्रवासी मजदूरों, के एंड पी कंस्ट्रक्शन के सहायक प्रबंधक सत्य दुर्गा प्रसाद, भारतीय दूतावास के एचओसी वी विजय पांडेय और एसीओ राकेश कुमार दिवाकर के साथ हुई बैठक में लिया गया है. बैठक के दौरान कंपनी, दूतावास और मजदूर के बीच एक एग्रीमेंट हुआ, जिसपर कंपनी के अधिकारी, दूतावास के अधिकारी और मजदूर प्रतिनिधि रूपलाल महतो ने हस्ताक्षर किया है.
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गिरिडीह और हजारीबाग के 33 मजदूर एमएस के एंड पी कंस्ट्रक्शन के सेनिनकोरबा-बौगुनी सेक्शन प्रोजेक्ट में काम करने गए थे. 16 जनवरी को इन मजदूरों ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि उन्हें तीन माह से वेतन नहीं मिल रहा है. इस स्थिति में हम मजदूर भारत वापस जाना चाहते हैं. इस वीडियो को बगोदर के सामाजिक कार्यकर्ता सिकंदर अली ने ईटीवी भारत की टीम को मुहैया कराया था, जिसे प्रमुखता से प्रसारित किया गया. इसके बाद मजदूरों के वतन वापसी को लेकर जनप्रतिनिधि प्रयास करने लगे. इसके साथ ही केंद्रीय राज्य मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने भी पहल की है. केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इसको लेकर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से बात की और पत्र भी लिखी. दूसरी तरफ गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने भी इसको लेकर विदेश मंत्री को पत्र लिखा, जिसकी जानकारी सांसद ने ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी थी.