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गिरिडीह: मंत्री जगरनाथ महतो ने किया जनप्रतिनिधि कक्ष का उद्घाटन, डुमरी ब्लॉक कार्यालय में होगी बैठक - जगरनाथ महतो ने डुमरी प्रखंड कार्यालय में किया जनप्रतिनिधि कक्ष का उद्घाटन

डुमरी विधायक और सूबे के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने सोमवार को डुमरी प्रखंड सह अंचल कार्यालय में जनप्रतिनिधि कक्ष का उदघाटन किया. जगरनाथ महतो ने रघुवर सरकार में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन में विधायकों के लिए एक कक्ष की मांग की थी, जिसपर पर 17 मार्च 2020 को मंत्रिपरिषद की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया था.

Jagarnath Mahato inaugurated Public Representative Room at Dumri Block Office in giridih
Jagarnath Mahato inaugurated Public Representative Room at Dumri Block Office in giridih

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Published : Aug 3, 2020, 7:26 PM IST

गिरिडीह: सूबे के शिक्षा मंत्री सह मद्य निषेध मंत्री जगरनाथ महतो ने सोमवार को डुमरी प्रखंड सह अंचल कार्यालय में जनप्रतिनिधि कक्ष का उदघाटन किया. डुमरी विधायक जगरनाथ महतो ने रघुवर सरकार में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन में विधायकों के लिए एक कक्ष की मांग की थी.

मंत्री जगरनाथ महतो

दरअसल, डुमरी विधायक जगरनाथ महतो ने साल 2019 में शून्य काल और मुख्यमंत्री प्रश्नकाल में प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के प्रखंड सह अंचल कार्यालय भवन में विधायकों के लिए एक कक्ष की मांग की थी, ताकि क्षेत्र की जनता को अपने जनप्रतिनिधियों से मिलने के लिए एक सुनिश्चित स्थान हो. जगरनाथ महतो की इस मांग पर 17 मार्च 2020 को मंत्रिपरिषद की बैठक में इस पर निर्णय लिया गया था. मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णय के बाद ग्रामीण विकास विभाग के संयुक्त सचिव ने हाल ही में इस संबंध में प्रदेश के सभी उपायुक्त और उप विकास आयुक्त को एक पत्र जारी कर प्रखंड कार्यालय भवन में से कक्ष को स्थानीय विधायक के आगमन पर बैठने के लिए उचित व्यवस्था करने को कहा था. साथ ही जन प्रतिनिधि कक्ष के रूप में कर्णांकित करने का निर्देश दिया था.

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इस मौके पर मंत्री जगरनाथ महतो ने कहा कि यह हेमंत सोरेन सरकार का क्रांतिकारी कदम है. यह व्यवस्था जनता की सेवा के लिए शुरू की गई है. आज तक विधायकों का उनके क्षेत्रों में कहीं भी एक निश्चित कार्यालय नहीं था, जहां वो जनता से मिल सके और जनता की समस्यों का समाधान कर सके. मुखिया, प्रमुख, बीस सूत्री अध्यक्ष का अपना कार्यालय था, लेकिन विधायकों का उसके विधानसभा क्षेत्र में कहीं भी सरकारी स्तर पर कार्यालय नहीं था. ऐसे में जगरनाथ महतो ने इस बात को रघुवर सरकार के काल में उठाया था, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं हुआ था. हेमंत सरकार ने इसे जनहित का मामला मानते हुए इस पर त्वरित निर्णय लिया. इस मौके पर जिप सदस्य भोला सिंह, निरंजन महतो, राजकुमार महतो, डेगलाल महतो, कैलाश चौधरी, कारीबरकत अली, राजकुमार पांडेय, छोटू सिंह आदि उपस्थित थे.

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