गिरिडीहः बेंच डेस्क खरीद में हुई गड़बड़ी और इससे जुड़ा ऑडियो वायरल होने के मामले की जांच के लिए गठित कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया हैं. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा के निर्देश के बाद रविवार को अपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा, कार्यपालक दंडाधिकारी रणवीर कुमार उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड पहुंचे. यहां मुखिया शिवनाथ साव, बीईईओ मदन सिन्हा की मौजूदगी में विद्यालय के सचिव सह प्रधानाध्यापक अमृत साव से पूरे प्रकरण की जानकारी ली. पूछा गया कि स्कूल में फर्नीचर कब गिरा, किसने गिराया, किसके आदेश पर गिरा, दीपक सिन्हा इस मामले में कैसे आए. जिला शिक्षा अधीक्षक ने क्या कहा, जेई-एई को गुणवत्ता जांच के लिए विद्यालय के लिए सूचित किया गया तो क्या बात कही गई.
बेंच डेस्क खरीद मामले में टीम ने शुरू की जांच, एडिशनल कलेक्टर ने बेलाटांड सचिव से ली जानकारी - झारखंड न्यूज
बेंच डेस्क खरीद में हुई गड़बड़ी और वायरल ऑडियो की जांच शुरू हो गई है. रविवार को जांच कमेटी गिरिडीह के बेलाटांड स्कूल पहुंची. यहां विद्यालय के सचिव से पूरे प्रकरण की जानकारी ली गई. irregularities in bench desk purchase
![बेंच डेस्क खरीद मामले में टीम ने शुरू की जांच, एडिशनल कलेक्टर ने बेलाटांड सचिव से ली जानकारी Investigation in irregularities in bench desk purchase started in Giridih](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/01-10-2023/1200-675-19654123-61-19654123-1696147549069.jpg)
Published : Oct 1, 2023, 1:38 PM IST
|Updated : Oct 1, 2023, 2:06 PM IST
सचिव ने दिया जवाबःइन सवालों का जवाब सचिव अमृत साव ने दिया. बताया कि प्रबंधन समिति की बैठक हुई ही नहीं थी कि अचानक उनके विद्यालय में बेंच- डेस्क गिरा दिया गया. जानकारी दी गई कि दीपक सिन्हा ने गिरवाया है. दीपक सिन्हा से फोन पर बात की तो बताया गया कि डीएसई साहब के निर्देश पर बेच डेस्क गिरा है. इसके बाद उनके ऊपर बिल भुगतान के लिए काफी दबाव बनाया जाने लगा. धमकी भी दी गई. अंत में उन्होंने कॉल रिकॉर्ड किया. सचिव ने जांच टीम को कॉल रिकॉर्ड भी उपलब्ध करवाया.
जल्द सौंपी जाएगी रिपोर्टःअपर समाहर्ता विल्सन भेंगरा ने कहा कि जांच शुरू कर दी गई है. कुछ स्कूलों में जाकर गुणवत्ता को भी जांचा जाएगा. वहीं ऑडियो के मामले में डीसी के निर्देश पर प्राथमिकी भी दर्ज होगी.
यहां बता दें कि मामला प्रकाश में आने के बाद ईटीवी भारत ने सबसे पहले खबर को प्रकाशित किया और लगातार सभी पक्ष की बात को खबर के माध्यम से रखा भी. वहीं इस मामले को लेकर विधायक सुदिव्य कुमार गंभीर हुए और कार्रवाई को लेकर डीसी को पत्र लिखा. दूसरी तरफ डीसी सख्त हुए और तुरंत ही न सिर्फ जांच कमेटी गठित की बल्कि वायरल ऑडियो के मामले में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया.