गिरिडीह: एक पखवारे से सऊदी अरब में फंसे झारखंड के प्रवासी मजदूरों का मामला झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र में उठा. बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह ने मामले को उठाते हुए वहां फंसे मजदूरों की वतन वापसी के लिए राज्य सरकार से पहल किए जाने की मांग की है.
विधायक ने कहा कि सऊदी अरब में गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो जिले के 45 मजदूर फंसे हुए हैं. मजदूरों का पासपोर्ट भी जब्त कर लिया गया है. इससे वह घर भी नहीं आ पा रहे हैं. साथ ही मजदूरों का पांच महीने की मजदूरी भी बकाया है. भारतीय दूतावास को भी मामले की जानकारी है मगर मजदूरों की वापसी नहीं हो पाई है. इससे मजदूर और उनके परिजन परेशान हैं. उन्होंने यह भी कहा है कि विदेशों में मजदूरों के फंसने पर देर- सवेर उनकी वापसी तो हो जाती है मगर बकाया मजदूरी नहीं मिल पाती है. उन्होंने बकाया मजदूरी का भुगतान कराने के साथ मजदूरों की वापसी कराए जाने पर जोर दिया है.
बता दें कि झारखंड के 45 मजदूर सऊदी अरब में फंसे हैं. वहां फंसे मजदूरों ने एक पखवाड़े में दो वीडियो वहां से सोशल मीडिया में शेयर कर अपनी पीड़ा को साझा किया है. साथ ही केंद्र एवं राज्य सरकार से वतन वापसी की गुहार लगाई है. हालांकि मजदूरों की वापसी अब तक नहीं हो पाई है. इससे मजदूरों को एक ओर जहां सऊदी अरब में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर उनके परिजन भी यहां परेशान हैं.
सऊदी अरब में फंसे मजदूरों में बगोदर प्रखंड के भी 11 मजदूर शामिल हैं. इधर विधायक के द्वारा मामले को विधानसभा में उठाए जाने के वहां फंसे मजदूरों और उनके परिजनों में वतन वापसी की उम्मीद जगी है. अब देखना यह होगा कि झारखंड सरकार मामले को कितनी गंभीरता से लेती है और मजदूरों की वापसी कब तक होती है.