गिरिडीहः जिले के बगोदर प्रखंड के अटका पूर्वी पैक्स धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने वाले किसानों को इस बार भी सरकारी उदासीनता का शिकार होना पड़ा है. तीन महीने पहले धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने वाले सैकड़ों किसानों का लगभग तीन करोड़ रुपए अब भी बकाया है. इससे किसानों में मायूसी छाई हुई है. किसानों ने बकाए रूपए का भुगतान करने की मांग की है.
गिरिडीह में सैकड़ों किसानों का बकाया है तीन करोड़, किसानों ने अधिप्राप्ति केंद्र में बेची थी धान - गिरिडीह में धान अधिप्राप्ति केंद्र
गिरिडीह में धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेचने वाले सैकड़ों किसानों का तीन करोड़ रूपए बकाया है. किसानों ने तीन महिने पूर्व बगोदर प्रखंड के अटका पूर्वी पैक्स धान अधिप्राप्ति केंद्र में धान बेची थी. राशि बकाया रहने से किसानों में मायूसी छाई हुई है.
किसानों में पोखराज साव, मुन्ना नायक आदि ने कहा है कि लॉकडाउन में किसी तरह से कोई काम नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक संकट से गुजरना पड़ रहा है. ऐसे में किसानों को उम्मीद थी कि धान बिक्री किए जाने के एवज में रूपए भुगतान होने पर उसी रूपये से उनकी जरूरतें पूरी होगीं मगर यह उम्मीद भी बेकार साबित हो रहा है.
12 सौ क्विंटल धान की राशि का हुआ है भुगतान
अटका पूर्वी पैक्स में कुल साढ़े 17 हजार क्विंटल धान की खरीददारी इस साल की गई है. इसमें 12 सौ क्विंटल धान की राशि का हीं मात्र भुगतान हुआ है. शेष धान खरीदारी का भुगतान नहीं हो पाया है. इस संबंध में पैक्स के प्रबंधक जीवन मेहता का कहना है कि लॉकडाउन के कारण सीएमआर नहीं मिलने के कारण भुगतान की प्रक्रिया बाधित थी. मगर विभाग अब सीएमआर के जगह धान का हीं भुगतान करना शुरू कर दिया है और यह प्रक्रिया एक सप्ताह से जारी है. उन्होंने बताया कि बहुत जल्द हीं 16 सौ क्विंटल धान की राशि का भुगतान होने की संभावना है. प्रबंधक ने बताया कि राइस मिल की लापरवाही के कारण 6 सौ क्विंटल धान अब भी पैक्स में पड़ा हुआ है. उन्होंने बताया कि अटका पूर्वी पैक्स में 17 हजार चार सौ क्विंटल धान की अधिप्राप्ति की गई है. इसके एवज में किसानों के बीच 24 लाख का भुगतान किया जा चुका है. 2 करोड़ 95 लाख का बकाया है.