गिरिडीहः कोरोना के कारण पिछले दो वर्षों से फीकी रही विश्व प्रसिद्ध जैन तीर्थस्थल मधुबन की होली में इस बार भक्ति के साथ साथ उमंग भी देखा जा रहा है. दो वर्षों बाद होली में देश के विभिन्न इलाके से भक्तों का जमवाड़ा मधुबन में लगा है. यहां पहुंचे लोग भगवान पार्श्वनाथ के साथ साथ भोमियाजी महाराज की भक्ति में लीन हैं. लोग भगवान भोमियाजी महाराज की अर्चना व होली खेलने पहुंचे हैं.
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भोमियाजी महाराज की भक्ति में डूबा मधुबन, अलग अलग प्रदेश से पहुंचे भक्त प्रभु संग मना रहे हैं होली - गिरिडीह के मधुबन की होली
गिरिडीह के मधुबन की होली विश्व प्रसिद्ध है. यहां भोमियाजी महाराज के साथ होली खेलने दूर दूर से लोग पहुंचते हैं. कोरोना काल के बाद इस वर्ष यहां होली की धूम है. पूरा मधुबन सजा हुआ है.
सजा हुआ है मधुबनःहोली को लेकर पूरा मधुबन सजा हुआ है. हर मंदिर, कोठी, धर्मशाला को सजाया गया है. जैन स्वेताबर सोसायटी परिसर खासकर भोमियाजी महाराज के दरबार को विशेष तरीके से सजाया गया है. यहां पूर्णिमा की रातभर भजन का आयोजन भी हुआ जिसमें भक्त झूम उठे. सोसायटी के कमल सिंह रामपुरिया, अजयचंद बोथरा, जिग्नेश भाई दोषी भी पहुंचे. वहीं उल्लासपूर्ण आयोजन में दीपकभाई मेपानी का विशेष सहयोग रहा. इनके अलावा दीपक बेगानी, संजीव कुमार पांडेय, विक्की, शैलेंद्र सिंह, नीलकंठ, गिरधारी सिंह, राजकुमार समेत जेएसएस के कई कर्मी भी भक्तों की सेवा में जुटे हुए थे.
भोमियाजी पर विशेष आस्थाःयहां बताया गया कि भोमियाजी महाराज पर गिरिडीह ही नहीं बल्कि राज्य के विभिन्न जिलों, देश के विभिन्न प्रदेशों के लोगों की अटूट आस्था है. इसी आस्था के कारण होली पर हजारों लोगों का जमावड़ा लगता है. कहा कि यहां हर शुभ कार्य भगवान के दर्शन के बाद ही आरंभ होता है.