गांडेय,गिरिडीहः जिला के बेंगाबाद में एक बाबा पर जबरदस्ती करने का आरोप लगाने वाली युवती थाना में अपने बयान से मुकर गई. हकीकत में युवती बाबा की पत्नी ही निकली और उनके साथ आश्रम जाने को राजी हो गई. जिसके बाद थाना से दोनों को आश्रम भेज दिया गया. युवती ने थाना में बाबा के साथ शादी होने की बात स्वीकार की और अपनी मर्जी से बाबा के साथ रहने की बात भी कबूल कर की.
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इस मामले को लेकर मंगलवार को बेंगाबाद थाना क्षेत्र के सोनबाद गांव में खूब हंगामा हुआ था और बाबा की पिटाई भी कर दी गई थी. काफी संख्या में होस्टल के छात्रों ने बाबा को घेर लिया था और आदिवासी युवती के साथ जबरदस्ती करने का आरोप लगाते हुए बाबा के साथ मारपीट किया (girl allegations on Baba) था. थाना में पूछताछ के बाद सारे मामले का खुलासा हुआ और बाबा की बातें सच साबित हुईं. युवती ने बताया कि उसके परिजन से ही बाबा का संपर्क था और वह सभी की मर्जी से आश्रम में रहती थी.
ये थी सच्चाईः देवघर में रामकृष्ण विवेकानंद आश्रम चलाने वाले एक बाबा स्वामी राधा कांता उर्फ उदय महाराज के आश्रम में बिहार के बांका जिला के कटोरिया की रहने वाली आदिवासी दिव्यांग युवती रहकर पढ़ाई और आश्रम का काम करती थी. आश्रम रहते हुए उसकी देखभाल बाबा के द्वारा किया जा रहा था. इसी दौरान दोनों एक साथ विवाह बंधन में बंध गए और साथ रहने लगे. युवती किसी कारण वश आश्रम छोड़कर चली गयी और वह अपने रिश्तेदार के घर बेंगाबाद के सोनबाद आयी हुई थी. खोजबीन करते हुए बाबा सोनबाद पहुंचे थे. जहां युवती ने बाबा के साथ जाने से इनकार कर दिया. इसके बाद बाबा ने उसका हाथ पकड़कर खींचते हुए गाड़ी में बैठाने की कोशिश करने लगे थे. इसी क्रम में युवती ने बाबा पर जबरन मांग में सिंदूर भर देने की बात कही थी और बाबा पर जबरदस्ती साथ रहने का दबाव बनाने का आरोप लगाया था. इसी बात को लेकर मामला बिगड़ गया था और ग्रामीणों ने मिलकर बाबा की पिटाई कर दी थी.