गांडेय,गिरिडीह: जिले के बेंगाबाद प्रखंड के एक प्रतिभाशील युवक ने छठी जेपीएससी की परीक्षा में सफलता अर्जित कर प्रखंड का नाम रौशन किया है. प्रखंड के महुआर पंचायत स्थित लक्ष्मीपुर निवासी सेवानिवृत शिक्षक प्रह्लाद चंद्र यादव के बड़े बेटे दिलीप कुमार कौशल ने झारखंड सिविल सेवा परीक्षा में कामयाबी हासिल किया है.
सफल अभयर्थी दिलीप कुमार का बयान सिविल सर्विसेस की तैयारी
दिलीप कुमार का चयन वित्तीय विभाग के पदाधिकारी के रूप में हुआ है. इनकी सफलता से पूरे परिवार में खुशी की लहर है. वहीं, परीक्षा का परिणाम घोषित होने के बाद इन्हें बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है. दिलीप कौशल की शुरुआती पढ़ाई सरस्वती शिशु विद्या मंदिर गिरीडीह से हुई. जिसके बाद उन्होंने गिरिडीह कॉलेज गिरिडीह से विज्ञान से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की. इसके बाद वह संत कोलंबस कॉलेज हजारीबाग से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने दिल्ली जाकर सिविल सर्विसेस की तैयारी की.
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लगन और कड़ी मेहनत के बदौलत मिली सफलता
हालांकि, इसके पहले भी थर्ड जेपीएससी की परीक्षा में उन्होंने सफलता हासिल की थी, लेकिन इंटरव्यू के बाद फाइनल रिजल्ट में उन्हें जगह नहीं मिल पाई थी. पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ जारी रखी तैयारियों के दौरान ही इन्होंने साल 2012 में वीएलडब्ल्यू (जनसेवक) की परीक्षा में सफलता हासिल की और जनसेवक के रूप में बहाल किये गए. साल 2013 में दिलीप कुमार कौशल वैवाहिक बंधन में बंध गए, लेकिन उन्होंने अपने मजबूत इरादों को बरकरार रखा और कुछ कर गुजरने का जुनून कम नहीं हुआ. सर्विस और पारिवारिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए भी उन्होंने अपनी लगन और मेहनत के बदौलत एक बड़ी सफलता हासिल की.
दृढ़ इच्छा शक्ति से मिलती है सफलता
दिलीप ने बताया कि सच्ची लगन अगर मन में हो तो कोई भी मुश्किल काम आसान हो जाता है. दृढ़ ईच्छा शक्ति के कारण आज उन्हें यह सफलता मिली है. उन्होंने युवाओं को संदेश देते हुए कहा कि मन में प्रबल इच्छा शक्ति रखकर लगन के साथ मेहनत करते रहें. निश्चित रूप से कामयाबी कदम चूमेगी. कुछ कर गुजरने का जुनून ही किसी भी मनुष्य को सफलता की सीढ़ी चढ़ने में सहायक होता है.