झारखंड

jharkhand

ETV Bharat / state

Giridih News: राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रतिनिधित्व करेंगी तिरला मुखिया, पंचायत ऑफ गुड गवर्नेंस पर होगी चर्चा - मॉडल पंचायत

पंचायत ऑफ गुड गवर्नेंस विषय पर श्रीनगर में होने वाली राष्ट्रीय कार्यशाला के लिए झारखंड के दो मुखिया का चयन हुआ है. जिसमें गिरिडीह के बगोदर प्रखंड की तिरला पंचायत की मुखिया सरिता साव का भी चयन हुआ है. इसको लेकर मुखिया सरिता साव ने खुशी जतायी है.

http://10.10.50.75//jharkhand/19-August-2023/jh-gir-01-awsar-pkg-jhc10019_19082023160644_1908f_1692441404_55.jpg
Tirla Panchayat Mukhiya Selected For Workshop

By

Published : Aug 19, 2023, 7:09 PM IST

देखें पूरी खबर

गिरिडीह: पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार की ओर से पंचायत ऑफ गुड गवर्नेंस विषय पर श्रीनगर में तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की जाएगी. जिसमें झारखंड के दो मुखिया को प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला है. इसमें गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड की तिरला पंचायत की मुखिया सरिता साव को यह मौका मिला है. सरिता के अलावा पलामू जिले के हुसैनाबाद अंतर्गत परथा पंचायत के मुखिया नरेश पासवान भी इस कार्यशाला का प्रतिनिधित्व करेंगे.

ये भी पढ़ें-देश की आजादी के लिए बगोदर के स्वतंत्रता सेनानियों ने लड़ी थी लड़ाई, आज वंशजों को राशन तक नसीब नहीं

रविवार को दोनों मुखिया हवाई जहाज से श्रीनगर के लिए होंगे रवानाः पंचायती राज विभाग के तीन अधिकारियों के साथ दोनों मुखिया रविवार को राजधानी रांची से हवाई मार्ग से श्रीनगर के लिए रवाना होंगे. श्रीनगर में 21 से 23 अगस्त तक कार्यशाला का आयोजन किया गया है. इस कार्यशाला में झारखंड पंचायती राज के उप निदेशक संदीप दुबे, रांची जिला पंचायती राज पदाधिकारी विरेंद्र कुमार चौबे और पंचायती राज विभाग के सलाहकार सौरभ बाग भी शामिल होंगे. अपने चयन पर तिरला पंचायत की मुखिया सरिता साव ने कहा कि वह पल गौरव का होगा, जब मैं राष्ट्रीय कार्यशाला का प्रतिनिधित्व करूंगी. कार्यशाला के लिए चयन होने पर उन्होंने खुशी जताई है.

तिरला पंचायत पर एक नजर:बगोदर प्रखंड मुख्यालय से महज 7 से 8 किमी की दूरी पर तिरला पंचायत स्थित है. सरिता साव पहली बार इस पंचायत की मुखिया चुनी गई हैं. इसके पूर्व सरिता पंचायत समिति सदस्य चुने जाने के बाद उप प्रमुख चुनी गई थीं. तिरला पंचायत सचिवालय की बात करें तब यह दो मंजिला भवन है. भवन का बाहरी से लेकर अंदर का भाग बेहद खास है. बाहरी दीवारों पर जहां झारखंड की लोक संस्कृति से जुड़ी तस्वीरें उकेरी गई हैं, वहीं अंदर की जमीन पर कालीन बिछी हुई है. खिड़की-दरवाजे में भी सुंदर पर्दे लगे हुए हैं. बता दें कि तिरला पंचायत को मॉडल पंचायत के रूप में विकसित किया जाना है. इसके लिए खाका तैयार कर लिया गया है. छह अगस्त को केरला की एक टीम तिरला पहुंची थी, टीम ने पंचायत को आईएसओ अभिप्रमाणित किया था.

ABOUT THE AUTHOR

...view details