गिरिडीह: बिहार से बंगाल ले जाए जा रहे 102 मवेशियों को मुक्त कराया गया है. जिन मवेशियों को मुक्त कराया गया है. उन्हें वाहन पर क्रूरतापुर्वक लादकर बिहार से बंगाल ले जाया जा रहा था. बताया जाता है कि शनिवार-रविवार की रात लगभग 2 बजे जिले के एसपी दीपक कुमार शर्मा को यह सूचना मिली थी कि बिहार से अलग-अलग 11 पिकअप वाहन पर सौ से अधिक मवेशियों को लादा गया है.
क्रूरतापूर्वक लादे गए इन मवेशियों को अहिल्यापुर के रास्ते ले जाया जा रहा है. इस सूचना पर प्रशिक्षु डीएसपी कैलाश कुमार महतो, गांडेय इंस्पेक्टर कमाल खान, अहिल्यापुर थाना प्रभारी अमरजीत सिंह एक्टिव हुए और सभी 11 वाहन (पिकअप वैन) को पकड़ लिया गया. इस दौरान छह वाहन के चालक भागने में सफल रहे जबकि पांच चालकों को हिरासत में लिया गया.
एसपी ने कहा- होगी सख्त कार्रवाई: जिन वाहनों को पकड़ा गया उसके अंदर की तस्वीर विचलित करने वाली थी. एक-एक वाहन पर 8-10 मवेशियों को लादा गया था. ऐसे में मवेशी चोटिल हो गए थे. कई मवेशी के शरीर पर चोट लगी है. मुक्त कराने के बाद मवेशियों का इलाज पशु चिकित्सक डॉ शैलेश चौधरी कर रहे हैं. पशुओं की इस स्थिति को देखकर एसपी के तेवर तल्ख हो गए. डॉ शैलेश चौधरी ने बताया कि जिन मवेशियों को मुक्त कराया गया उनमें से कई बीमार हैं. ऐसे में यह कहा जा सकता है कि इन पशुओं को वध के लिए ही ले जाया जा रहा था.
पुलिस की आंख में धूल झोंकने का प्रयास:इन वाहनों को जब पकड़ा गया तो वाहन में सबसे पहले बछड़े के साथ दो दुधारू पशु को लादा गया था. पहली दफा पुलिस को लगा कि वाहन पर दुधारू पशु ही जा रहे हैं. फिर वाहनों को पुनः चेक किया गया तो दुधारू पशुओं के पीछे पशु मिले. इस दौरान वाहन को छोड़कर आधा दर्जन चालक भाग निकले.
पशु तस्करी नहीं चलने दी जाएगी- एसपी:इस दौरान एसपी दीपक कुमार शर्मा ने कहा कि पशु तस्करी के खिलाफ निरंतर कार्रवाई हो रही है. अभी चार माह के दरमियान 793 पशुओं को मुक्त कराया गया है. जबकि 71 वाहन को जब्त किया गया है. वहीं 78 तस्कर जेल जा चुके हैं. कहा कि गिरिडीह के रास्ते पशु तस्करी चलने नहीं दी जाएगी.
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