डुमरी, गिरीडीह: जिले के डुमरी थाना क्षेत्र के दुधपनिया के रहने वाले मजदूर कमेशर की मौत मंगलवार को लाइन में काम करने के दौरान करंट लगने से हो गई. बताया जाता है कि कामेश्वर महतो जनवरी में ट्रांसमिशन लाइन में काम करने वेल्लोर गया था. लाॅकडाउन होने के बावजूद वह घर नहीं लौटा था. कामेश्वर अपने पीछे पत्नी खुशबु देवी और ढाई वर्ष का एक बेटा आदित्य को छोड़ गया है.
गिरिडीह के प्रवासी मजदूर की तमिलनाडु में करंट लगने से मौत, इलाके में मातम
गिरिडीह जिले में डुमरी के एक प्रवासी मजदूर की मंगलवार को तमिलनाडु के वेल्लोर में कार्य करने के दौरान करंट लगने से मौत हो गई. मौत की खबर मिलते ही परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
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मौत की खबर मिलते ही कामेश्वर के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है. पति की मौत की खबर से पत्नी बेहोश हो गई है. समाजसेवी और प्रवासी मजदूरों के हित में काम कर रहे सिकंदर अली ने सरकार और कंपनी से मृतक के शव को उसके घर पहुंचाने और मुआवजा देने की मांग की है. मृतक मजदूर डुमरी थाना क्षेत्र के मधगोपाली पंचायत स्थित दूधपनिया निवासी हुलास महतो का बेटा कामेश्वर महतो है. उसकी उम्र 25 वर्ष थी. वह तमिलनाडु के वेल्लोर में वोल्टेज ट्रांसमिशन कंपनी में ट्रांसमिशन लाइन में काम करता था.