गिरिडीह: शहरी इलाके में मुख्य सड़क के किनारे महीनों से संचालित अवैध आरा मिल पर वन विभाग ने दबिश दी है. लगातार मिल रही सूचना के बाद डीएफओ ने छापेमारी की है और मिल को ध्वस्त करते हुए न सिर्फ कीमती लकड़ियों को जब्त किया, बल्कि संचालक को भी गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई पचम्बा थाना इलाके के चैताडीह में की गई है. कार्रवाई डीएफओ प्रवेश अग्रवाल के नेतृत्व में हुई और इस दौरान पचम्बा थाना प्रभारी मुकेश दयाल सिंह भी मौजूद थे.
जानकारी के अनुसार, चैताडीह में पिछले कई महीनों से आरा मिल का संचालन किया जा रहा था. शहरी इलाके में धड़ल्ले से लकड़ियां काटी जा रही थी. इसकी सूचना वन विभाग के कनीय अधिकारियों और कर्मियों को दी जाती रही, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. अंत में सूचकों ने इस अवैध मिल की जानकारी डीएफओ को दी जिसके बाद मंगलवार को छापा मारा गया. यहां बता दें कि यह आरा मिल जिस स्थान पर चल रहा था वह इलाका नगर निगम क्षेत्र है. गिरिडीह शहर के बाईपास सड़क के किनारे यह मिल संचालित था, जिसपर हर आने जाने वालों की नजर पड़ रही थी, लेकिन विभाग इसे लेकर चुप्पी साधे हुए था.
क्या कहते हैं पदाधिकारी:इस विषय पर डीएफओ प्रवेश अग्रवाल ने बताया कि उन्हें हाल के दिनों से इस आरा मिल को लेकर सूचना मिल रही थी. ऐसे में योजना बनाते हुए कार्रवाई की गई. उन्होंने बताया कि मिल के संचालक सोमर बढई को गिरफ्तार किया गया है. डीएफओ ने बताया कि उन्हें जब भी इस तरह के अवैध कार्य की सूचना मिली तो कार्रवाई हुई है. उनके तीन वर्ष के कार्यकाल में लगभग 90 मिल को ध्वस्त किया गया है. कहा कि लोग भी इस तरह के अवैध कार्य की सूचना दें कार्रवाई निश्चित होगी.