गिरिडीः देवरी के कोशोगोंदोंदिघी गांव में एक नवजात की मौत. पुलिसकर्मियों पर नवजात को पैर तले कुचलने के आरोप के बाद एसपी ने कार्रवाई की है. एसपी ने थानेदार को लाइन हाजिर कर दिया है. जबकि छापेमारी में शामिल पांच लोगों को निलंबित कर दिया है. डीएसपी संजय राणा ने इस कार्रवाई की पुष्टि की है. बताया है कि इस मामले में आगे की जांच चल रही है. यह भी बताया कि मृत बच्चे के परिजन के आवेदन पर गैरइरादतन हत्या की प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गई है. यह कार्रवाई बुधवार की रात को एसपी द्वारा घटनास्थल की जांच करने के बाद की गई है.
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क्या है पूरा मामलाःयहां बता दें कि बुधवार की सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई थी, जब कोशोगोंदोंदिघी गांव निवासी रमेश पांडेय की पत्नी नेहा देवी ने यह आरोप लगाया कि उसके नवजात की मौत पुलिसकर्मी द्वारा पैर से कुचलने से हो गई. नेहा ने कहा था कि उसके ससुर भूषण पांडेय को गिरफ्तार करने बुधवार की सुबह देवरी थाना प्रभारी संगम पाठक दलबल के साथ आये थे और जबरन उसके घर के अंदर दाखिल हुए. खोजबीन के नाम पर पुलिस अधिकारी व जवान उसके कमरे के अंदर दाखिल हुए और चौकी पर सो रहे चार दिनों के बच्चे को पैर से कुचल दिया.
इस आरोप के बाद डीसी-एसपी ने एक टीम का गठन किया. देवरी बीडीओ को दंडाधिकारी बनाया गया. इनके साथ गावां निरीक्षक सहदेव प्रसाद को जांच में शामिल किया गया. दंडाधिकारी की मौजूदगी में बच्चे के शव का पंचनामा से लेकर पोस्टमार्टम किया गया.
इस बीच बाबूलाल मरांडी में ट्वीट कर पुलिस व सरकार पर सवाल उठाया तो सीएम हेमंत सोरेन ने डीसी एसपी से जांच रिपोर्ट तलब की. दूसरी तरफ बुधवार की रात को एसपी अमित रेणू, डीडीसी शशिभूषण मेहरा भी मृत बच्चे के परिजनों से मिले थे. यहां पूछताछ की गई थी. उस कमरे को भी देखा गया था जहां पर बच्चे के सोने की बात परिजनों ने बताई थी.