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नाराज इंद्र देव को मनाने की कवायद, बारिश के लिए 12 घंटे का अखंड हरि कीर्तन - बारिश नहीं होने से कृषि कार्य प्रभावित

मानसून ने दगा दिया, वर्षा रानी भी रूठी हुई है. अब किसानों ने नाराज इंद्र देव को मनाने की कवायद शुरू की है. गिरिडीह में किसानों ने अच्छी बारिश के लिए 12 घंटे का अखंड हरि कीर्तन (farmers 12 hours of Akhand Kirtan) किया है. अटका पूर्वी पंचायत के लच्छीबागी गांव में मौसम की बेरुखी से परेशान किसानों ने अखंड हरि कीर्तन किया है.

farmers 12 hours of Akhand Kirtan for good rain In Giridih
गिरिडीह

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Published : Jul 16, 2022, 10:26 AM IST

बगोदर,गिरिडीहः सावन का महीना आ चुका है, मानसून अपने पूरे चरम पर है. लेकिन गिरिडीह जिला बारिश की बूंदों से अब तक महरूम है. जिला में बगोदर प्रखंड और आसपास के क्षेत्रों में समुचित बारिश (low rain in Monsoon) नहीं होने से कृषि कार्य प्रभावित है. खेतों में लगा धान का बिचड़ा और मकई के फसलें दम तोड़ने की स्थिति में पहुंचने लगी है. इससे किसानों को अभी से ही सुखाड़ की चिंता सताने लगी है. मौसम की बेरूखी से परेशान किसानों ने भगवान के शरण में जाकर भगवान इंद्र को मनाने के लिए पूजा-पाठ, कीर्तन करना शुरू (Kirtan for good rain) कर दिया है.

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इसको लेकर बगोदर प्रखंड के अटका पूर्वी पंचायत के लच्छीबागी गांव में 12 घंटे का अखंड हरि कीर्तन किया गया. गांव के देवी मंदिर के बाहर पूजा पाठ और अखंड कीर्तन का आयोजन किया गया था, जिसमें ग्रामीणों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. इस कीर्तन में पुरुषों के साथ महिलाएं भी शामिल हुईं और भगवान की परिक्रमा करते हुए हरे राम, हरे राम, राम-राम हरे-हरे का अनवरत जाप किया. मंगवार से शुरू हुआ अखंड कीर्तन बुधवार को 12 घंटे की अवधि पूरी होने पर इसका समापन हुआ.

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इसको लेकर मंदिर कमिटी के अध्यक्ष बिहारी लाल मेहता ने कहा कि अच्छी फसल, आपसी तालमेल और शांति व्यवस्था बना रहे इसे लेकर हर साल देवी मंदिर में पूजा पाठ किया जाता है. इस साल कृषि कार्यों के लिए अबतक अच्छी बारिश नहीं हुई है. इससे ना सिर्फ कृषि कार्य प्रभावित है बल्कि खेतों में लगे धान के बिचड़े और मकई की फसलें भी मुरझाने लगे हैं. ऐसे में अखंड कीर्तन के माध्यम से भगवान इंद्र से अच्छी बारिश के लिए प्रार्थना की गयी है.

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