गिरिडीहः झंडा मैदान में झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशनल सोसाइटी (JSLPS) की ओर से रोजगार मेला का आयोजन किया गया. मेला में 15 कंपनियों ने भाग लिया. लेकिन सिर्फ 6 युवक-युवतियों को रोजगार मिला. बड़ी बात यह कि इस मेला में लिंग के आधार पर भेदभाव देखने को मिला.
यह भी पढ़ेंःगिरिडीह: रोजगार मेला का आयोजन, 14 सौ बेरोजगारों ने कराया निबंधन
6 युवक युवतियों को नियुक्ति पत्र दिया गया, उनमें ज्योति कुमारी, संजय रविदास, अंजली कुमारी, इकबाल अंसारी, विपुल हंसदा और दिलीप कुमार यादव शामिल हैं. इसके साथ ही युवकों को 12 हजार मासिक वेतन पर नियोजन मिला है तो युवतियों को मात्र 8 हजार 250 रुपये मासिक वेतन पर नियोजित किया गया. लिंग आधारित इस भेदभाव पर गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार ने सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि लड़कों को 12 हजार वेतन तो लड़कियों को 8 हजार 250 रुपया का वेतन दिया जाना कहीं न कहीं जेंडर आधारित भेदभाव है.
विधायक ने कहा कि जिन कंपनियों ने इस तरह का भेदभाव किया है, उन्हें वेतनमान सुधार करना होगा. उन्होंने कहा कि नियुक्ति पत्र में पद का नाम नहीं है, जिसपर ध्यान देने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि बच्चों के देखभाल को लेकर JSLPS कंपनियों के संपर्क में रहे और इसकी निगरानी करें. झारखंड माइग्रेंट सेल भी कंपनियों और रोजगार प्राप्त करने वाले बच्चों की जानकारी उपलब्ध कराये.
इससे पहले रोजगार मेला का उदघाटन गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार, गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद, जमुआ विधायक केदार हाजरा, जिला परिषद अध्यक्ष मुनिया देवी ने दीप प्रज्वलित कर किया. इस दौरान गांडेय विधायक डॉ सरफराज अहमद ने जेएसएलपीएस की इस पहल की सराहना की. जमुआ विधायक केदार हाजरा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों से ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन लगातार किया जाना चाहिए, ताकि जिले के युवाओं को बेहतर से बेहतर रोजगार के अवसर मुहैया कराई जा सके.