बगोदर/गिरिडीहः करोडों की लागत से बने उतरी छोटानागपुर प्रमंडल का बहु प्रतिक्षित कोनार नहर सिंचाई परियोजना बारिश का पानी भी झेलने में असमर्थ साबित हो रहा है. नहर का उद्घाटन भी नहीं हुआ है और न हीं कोनार डैम से अभी नहर में पानी छोड़ा गया है, बावजूद इसके नहर का रिलाइनिंग कार्य ध्वस्त पड़ने लगा है.
गिरिडीहः ध्वस्त पड़ने लगा है नहर रिलाइनिंग, बारिश का पानी भी झेल नहीं पा रहा
बारिश का पानी भी नहीं झेल पा रहा नहर रिलाइनिंग. करोडों की लागत से दो साल पूर्व नहर रिलाइनिंग का कार्य किया गया था. सिर्फ चंद दिनों की बारिश से ही ध्वस्त पड़ने लगा है नहर रिलाइनिंग.
चंद दिनों की बारिश का पानी अभी नहर में जमा हीं हुआ है कि इस पानी को भी नहर का रिलाइनिंग कार्य झेल नहीं पा रहा है. बगोदर डिवीजन के मुखर्जी पुल के पास नहर रिलाइनिंग का कार्य एक जगह पर ध्वस्त हो गया है.
दो साल पूर्व ही नहर रिलाइनिंग का कार्य इलाके में हुआ था और महज बारिश का पानी भरने मात्र से रिलाइनिंग का कार्य ध्वस्त होना नहर निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े कर रहा है. बगोदर डिवीजन में दो साल पूर्व सौ करोड़ की लागत से रिलाइनिंग का कार्य कराया गया था.
बता दें कि कोनार नहर का उद्देश्य कोनार डैम से नहर में पानी सप्लाई कर इलाके के बंजर पड़े भूमि में हरियाली लाना है. 1977 के समय एकीकृत बिहार के समय नहर निर्माण का कार्य शुरू हुआ था, जो अब भी अपूर्ण है. मामले में भाजपा नेता बासुदेव वर्मा ने निर्माण कार्य के संवेदक पर कार्रवाई किए जाने की मांग की है.