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Purchase Of Bench Desk: डीएसई से स्पष्टीकरण, डीसी ने पूछा- अनियमितता रोकने में दिख रही है आपकी विफलता - झारखंड न्यूज

गिरिडीह में बेंच-डेस्क खरीद में हुई गड़बड़ी को लेकर जिला शिक्षा अधीक्षक की मुश्किल बढ़ गई है. जिलाधिकारी ने डीएसई से उनके ऊपर लग रहे आरोपों पर जवाब मांगा है. पत्र में डीसी ने साफ शब्दों में कई निर्देश दिए हैं.

Giridih bench desk purchase case
Giridih bench desk purchase case

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Oct 10, 2023, 9:40 PM IST

गिरिडीह: बेंच-डेस्क खरीद में बरती गई अनियामितता का मामला सामने आने के बाद से ही जिले के उपायुक्त इसे लेकर काफी गंभीर दिख रहे हैं. डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने जहां पूरी खरीद की जांच को लेकर अनुमंडल स्तरीय टीम का गठन कर दिया है. वहीं, अब जिला शिक्षा अधीक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है. डीएसई विनय कुमार से डीसी ने पूरी स्थिति को स्पष्ट करने को कहा है. साथ ही साथ जिला शिक्षा अधीक्षक कार्यालय के लिपिक देव कुमार कश्यप पर लगे आरोप पर भी जवाब मांगा है.

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सख्त निर्देश, 11 को देना है जवाब:डीसी नमन ने जिला शिक्षा अधीक्षक को लिखे पत्र में सख्त और स्पष्ट निर्देश दिया है. कहा है कि शिक्षा विभाग के अंतर्गत विभिन्न विद्यालय में खरीदे गए बेंच-डेस्क के मामले में अनियमितता की शिकायत विभिन्न श्रोत से प्राप्त हुई है. अनियमितता से सम्बन्धित ऑडियो भी उन्हें प्राप्त हुआ है. इतना ही नहीं उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड के प्रधानाध्यापक अमृत साव एवं महेशलुंडी के मुखिया शिवनाथ साव से परिवाद पत्र भी प्राप्त हुए हैं. इस परिवाद पत्र में आपके ऊपर कई आरोप लगाए गए हैं. साथ ही साथ कार्यालय के लिपिक देव कुमार कश्यप द्वारा राशि मांगने का भी आरोप लगाया गया है. डीसी ने डीएसई को पूरी स्थिति स्पष्ट करने को कहा है.

डीसी ने डीएसई से मांगा स्पष्टीकरण

नहीं किया नियमित पर्यवेक्षण:
पत्र में डीसी नमन ने डीएसई से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है. पूछा है कि बेंच डेस्क क्रय में विभाग द्वारा मानक संचालन उपलब्ध कराया गया है? आपके द्वारा क्या प्रक्रिया अपनाई गई. विभागीय निर्देश के अनुपालन को लेकर क्या क्या किया गया. जो शिकायत मिली है उसके अनुसार ऐसा लगता है कि आपके द्वारा डेस्क-बेंच क्रय में नियमित पर्यवेक्षण नहीं किया गया. लगातार शिकायत के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई. ऐसे में लगता है कि अनियमितता रोकने में आप विफल रहे. डीसी ने डीएसई से ऑडियो रिकॉर्डिंग में संलिप्तता, मुखिया और हेडमास्टर के परिवाद पत्र पर पक्ष और मंतव्य सहित आरोपी कर्मी का स्पष्टीकरण साक्ष्य सहित 11 अक्तूबर तक प्रस्तुत करने को कहा है.


क्या है मामला:यहां बता दें कि बेंच-डेस्क की खरीद में हुई गड़बड़ी का मामला उत्क्रमित मध्य विद्यालय बेलाटांड से ही समाने तब आया जब डीएसई के आदेश को दरकिनार कर यहां के प्रबंधन समिति ने भुगतान से इनकार कर दिया. गुणवत्ता का सवाल उठाते हुए भुगतान नहीं किया गया और महलुंडी के मुखिया ने भी इस खरीद को लेकर डीएसई पर कई गंभीर आरोप लगाए. इस बीच बेलाटांड स्कूल पहुंचे डीएसई का वीडियो वायरल हुआ. वायरल वीडियो में डीएसइ बेंच-डेस्क पर चढ़ते दिखे यहां उनके द्वारा यह कहा गया कि " गुणवत्ता प्रमाण पत्र के लिए एई और जेई कौन होते हैं जब वे विभाग के हेड हैं और उन्होंने कह दिया गुणवत्ता सही है तो सही है " इसके बाद दो ऑडियो भी वायरल हुआ.

क्रय में हुई गड़बड़ी को लेकर महेशलुंडी के मुखिया शिवनाथ साव ने आवाज को बुलंद किया तो ईटीवी भारत ने सबसे पहले इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया. ईटीवी लगातार इस गड़बड़ी से जुड़ी खबर को प्रकाशित करता रहा और सभी पक्ष की बातों को खबर के माध्यम से सामने रखा. इस बीच डीसी नमन प्रियेश लकड़ा ने इसे गंभीरता से लेते हुए जांच टीम का गठन कर दिया. जांच टीम अपना काम कर रही है.

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