गिरिडीहः बराकर पुल से नीचे नदी में बस गिरने से चार लोगों की मौत के मामले को जिला विधिक सेवा प्राधिकार ने गंभीरता से लिया है. प्राधिकार ने मृतक के परिजनों के साथ साथ घायलों को कानूनी मदद देने की बात कही है. यह जानकारी प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार गिरिडीह वीणा मिश्रा ने दी हैं.
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मदद का आश्वासनः प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने बताया कि घटना के बाद से डालसा लगातार इस घटना पर नजर बनाए हुए है. जहां भी सहयोग की जरूरत है जिला विधिक सेवा प्राधिकार की तरफ से उन्हें सहयोग किया जा रहा है. लगभग सभी घायल व्यक्तियों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है या एक-दो दिन में मिलने की संभावना है. कहा कि जो भी गरीबी की रेखा के नीचे गुजर बसर कर रहे हैं, झालसा के आदेशानुसार उन्हें आर्थिक सहयोग भी किया जाएगा. उन्हें जो कानूनी रूप से मदद की जरूरत है उसके बारे में बताया गया. साथ ही साथ इस दुर्घटना में जिन जिन परिवार के सदस्यों की मृत्यु हुई है, उनसे भी संपर्क किया गया एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकार के माध्यम से जो भी कानूनी मदद है उन्हें उपलब्ध कराया जाएगा. इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिव सौरव कुमार गौतम भी मौजूद थे.
क्या है मामलाःयहां बता दें कि शनिवार की रात को रांची से आ रही बाबा सम्राट बस बराकर पुल से नीचे नदी में गिर गई थी. इस घटना में चार लोगों की मौत हो गई. बस में सवार लोगों को जनप्रतिनिधि, प्रशासन, स्थानीय लोग व कांवरियों की मदद से बचाया गया था. घटना के बाद से वाहन का बीमा स्कूटर का निकला है. जबकि बीमा स्कूटर का निकलने के बाद परिवहन विभाग ने पहले फिटनेस जारी कर दिया तो बाद में परमिट भी. वाहन के परमिट की टाइमिंग भी सवालों के घेरे में रही है और हाई स्पीड के पीछे इसी टाइमिंग को कारण माना जा रहा है.