गिरिडीहः उग्रवाद प्रभावित इलाके में लंबी दूरी की गश्त पर निकले सीआरपीएफ के जवान मारपीट के आरोपों से घिरे हैं. उग्रवाद प्रभावित चतरो के ग्रामीणों ने यह आरोप लगाया है. मामले की गंभीरता पर गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार भी पहुंचे. उन्होंने पुलिस अधिकारियों को साफ तौर निर्देश दिया कि जो जवान दोषी हैं, उसपर सख्त कार्रवाई हो.
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क्या है मामलाः इनामी नक्सली कृष्णा हांसदा उर्फ कृष्णा मांझी की गिरफ्तारी से पुलिस व सीआरपीएफ के हौसले बुलंद हैं. दूसरी तरफ सीआरपीएफ के जवान ग्रामीणों व नाबालिग संग मारपीट के आरोपों से जा घिरे हैं. यह पूरा मामला पारसनाथ की तराई वाले इलाके चतरो से जुड़ा है. घटना उग्रवाद प्रभावित पारसनाथ की तराई वाले इलाके में लंबी दूरी की गश्त (Long range reconnaissance patroling) के दरमियान की है.
विधायक ने दिया कार्रवाई का भरोसाः इस घटना की जानकारी पर गिरिडीह के झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार अपने समर्थकों संग मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से घटना की जानकारी ली. यहां पर ग्रामीणों ने बताया कि सुरक्षा बल के जवान उनके गांव में घुसे और नक्सलियों के संदर्भ में पूछताछ करने लगे. घर की तलाशी ली और इस दौरान मारपीट की गयी. महिला, बुजुर्ग व 15-16 साल की नाबालिग लड़की को भी उन जवानों द्वारा पीटा गया. ग्रामीणों की बात सुनने के बाद विधायक नाराज हो गए. उन्होंने मौके पर पहुंचे डुमरी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी से भीड़ के सामने ही बात की.
महिलाओं से बात करते गिरिडीह विधायक
नाबालिग के गाल पर तमाचे का निशानः गिरिडीह में सीआरपीएफ जवानों ने ग्रामीणों को पीटा, इसको लेकर विधायक ने पुलिस अधिकारी को कहा कि नाबालिग लड़की के गाल पर तमाचा का निशान बता रहा है कि किस तरह का व्यवहार किया गया है. उन्होंने कहा कि एक महिला ने बताया कि उसके बाल को नोंच दिया गया यह कहां तक सही है. इस घटना को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई है.
गांव में बैठक कर दिया कार्रवाई का आश्वासनः इस मामले को लेकर पर्वतपुर मैदान में विधायक, पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में बैठक हुई. इस बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि नक्सल अभियान के नाम पर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है. वहीं विधायक ने साफ कहा कि जो भी पुलिसकर्मी या सुरक्षा बल के जवान दोषी हैं, उसपर सख्त विभागीय कार्रवाई हो. यह भी कहा कि जब लंबी दूरी की गश्त पर पुलिस-सुरक्षा बल के लोग निकले तो साथ में संथाली पदाधिकारी जरूर हो ताकि दोनों एक दूसरे की बात को समझ सके. इस दौरान चतरो गांव से पांच लोगों को चिन्हित किया और यह निर्णय हुआ कि जब भी पुलिस इस गांव में आएगी तो उन्हीं पांच लोगों से ही सबसे पहले बात करेगी.
गिरिडीह के चतरो गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक करते विधायक सुदिव्य कुमार पांच दिन में होगी कार्रवाई- एसडीपीओः इस बैठक में एसडीपीओ मनोज कुमार ने ग्रामीणों को भरोसा दिया कि आगे से इस तरह की घटना नहीं होगी. गिरिडीह में ग्रामीणों से मारपीट के मामले में दोषी जवान को चिन्हित कर आने वाले पांच दिन में उस पर कार्रवाई की जाएगी. यह भी भरोसा दिया कि आगे से एलआरपी के दौरान संथाली अधिकारी या जवान भी रहेंगे.
नक्सलियों का कैंप मिलाः गिरिडीह के पारसनाथ में नक्सलियों के खिलाफ अभियान चल रहा है. इधर गिरफ्तार नक्सली कृष्णा की निशानदेही पर पारसनाथ में नक्सलियों का कैंप भी मिला है. इस कैंप में नक्सली साहित्य, दवा समेत कई सामान मिला है. शुक्रवार को पकड़े गए नक्सली कृष्णा से पुलिस अभी भी पूछताछ कर रही है.