गिरीडीहः जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र से एक साइबर अपराधी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार साइबर ठग काफी शातिर है. पुलिस ने साइबर ठग के पास से एक मोबाइल भी बरामद किया है. मोबाइल की जांच में पुलिस को कई चौंकानेवाली जानकारी मिली है. गिरफ्तार साइबर ठग के मोबाइल में स्परेट शीट डॉक्यूमेंट में अलग-अलग फाइल बनाकर लगभग पांच लाख लोगों का मोबाइल नंबर और डाटा पाया गया है. वहीं मोबाइल को खंगालने पर यूपीआई, योनो, रिलायंस डिजिटल के वाउचर से ट्रांजेक्शन के साक्ष्य और एक्सिस बैंक का लॉगिन स्क्रीनशॉट के साथ अन्य बैंकों से ट्रांजेक्शन के प्रमाण मिले हैं.
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होटल में बैठ कर रहा था ठगीःसाइबर ठगी करने में माहिर शंकर मंडल जिला के बेंगाबाद थाना क्षेत्र की सोनबाद पंचायत स्थित महदैया का रहने वाला है. गिरफ्तारी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में भेजने के पूर्व सदर एसडीपीओ अनिल सिंह ने प्रेस वार्ता कर पूरी जानकारी दी. एसडीपीओ ने बताया कि एसपी को मिली गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की गई थी और साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने बताया कि सूचना मिली थी कि मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सिहोडीह स्थित मां तारा होटल में बैठकर कुछ युवक साइबर अपराध कर रहे हैं. इस सूचना पर मुफस्सिल थाना प्रभारी सह इंस्पेक्टर कमलेश पासवान के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गई और एक युवक को गिरफ्तार कर लिया गया. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार युवक के पास से दो स्मार्ट फोन जब्त किया गया है. जिनसे साइबर अपराध के साक्ष्य मिले हैं.
फोन पे और पेटीएम का लिंक भेजकर करता था ठगीःएसडीपीओ ने बताया कि साइबर अपराधी नए-नए तरीके अपना कर लोगों को झांसे में लेते हैं और ठगी की घटना को आजम देते हैं. पकड़ा गया अपराधी फोन पे, पेटीएम आदि का लिंक बनाकर लोगों के पास भेजता था और पैन कार्ड ब्लॉक होने का टेक्सट मैसेज भेज कर उन्हें झांसे में लेता था. उन्होंने बताया कि पकड़ा गया युवक इस धंधे में काफी महारत रखता है. पुलिस की टेक्निकल टीम उसके मोबाइल से मिले डाटा को खंगालने में जुटी हुई है और उसने कितने का फ्रॉड किया है, इस बात का पता लगाया जा रहा है.
सजा दिलाने के लिए स्पीडी ट्रायल की मांगःवहीं पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार साइबर ठग ने अपने कई साथियों के नामों का खुलासा किया है. जिसकी गिरफ्तारी जल्द की जाएगी. एसडीपीओ अनिल सिंह ने कहा कि साइबर अपराधी सीधे-साधे लोगों की जमा पूंजी को फ्रॉड कर उड़ा लेते हैं. इसलिए ऐसे अपराधियों को सजा दिलाने के लिए न्यायालय से स्पीडी ट्रायल का निवेदन किया जाएगा.