गिरिडीह:कोरोनाकाल में झारखंड की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. गिरिडीह के सदर अस्पताल में भी स्थिति ठीक नहीं है. मरीजों का इलाज समुचित हो और किसी को ऑक्सीजन की कमी न हो इसे लेकर सदर अस्पताल और कोविड अस्पताल के लिए अलग से जम्बो सिलेंडर की व्यवस्था करा दी गई है. लेकिन सदर अस्पताल में वायरिंग का काम पूरा नहीं हो सका है. इसके कारण सदर अस्पताल में जम्बो ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग मरीजों के इलाज लिए नहीं हो पा रहा है. अब जब बेड तक ऑक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था नहीं हो सकी है तो मरीजों को ऑक्सीजन देने के लिए छोटे सिलेंडर का सहारा लेना पड़ रहा है. यह सिलेंडर भी कम पड़ रहा है.
यह भी पढ़ें:ये 7 अभ्यास और 2 प्राणायाम के जरिये शरीर में बढ़ा सकते हैं ऑक्सीजन, कोरोना से लड़ने में मिलेगी मदद
सदर अस्पताल में भारी अव्यवस्था
दरअसल, गुरुवार को मिर्जागंज के एक मरीज की मौत सदर अस्पताल में हो गई थी. मौत के बाद परिजनों ने यह आरोप लगाया था कि समय पर मरीज को ऑक्सीजन नहीं मिल सका जिसके कारण उसकी मौत हो गई. जब इसकी पड़ताल की गई तो कई मामले सामने आए. पहली जानकारी जम्बो सिलिंडर को लेकर मिली. यह भी पता चला कि छोटा सिलिंडर जिन मरीजों को लगाया गया है उसमें जिसकी तबीयत ठीक हो जा रही है वह भी सिलिंडर नहीं छोड़ रहे हैं. गुरुवार को मिर्जागंज का मरीज जब सदर अस्पताल पहुंचा तो छोटा सिलेंडर किसी वार्ड से ही लाकर मरीज को लगाया गया था. सिलिंडर मिलने और लगाने में देरी के कारण उसकी जान चली गई.