गिरिडीह: जिले में 17 साल पहले पुलिस बल पर हुए हमले में शामिल नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन की सहमति दे दी गयी है. गिरिडीह डीसी ने इसे लेकर सरकार के प्रधान सचिव को पत्र भेजा है.
10 नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति
गिरिडीह में भाकपा माओवादी के रीजनल कमेटी मेंबर ( 15 लाख के इनामी) मिथलेश सिंह उर्फ दुर्योधन महतो उर्फ बड़का दा समेत 10 नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति डीसी सह जिला दंडाधिकारी राहुल कुमार सिन्हा ने दी है. इसे लेकर सरकार के प्रधान सचिव, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग को पत्र भी प्रेषित कर दिया गया है. यह स्वीकृति निमियाघाट थाना कांड संख्या 91/03 दिनांक 21 अक्टूबर 2003 के मामले में दी गयी है. इस कांड में जिन लोगों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति दी गयी है, उनमें धनबाद के तोपचांची थाना इलाके के केंद नावाडीह निवासी मिथलेश के अलावा 2003 में एमसीसी के कमांडर रहे और वर्तमान में जेल में बंद नक्सली नवीन मांझी, नागो उर्फ नागेश्वर महतो के साथ-साथ प्रवीण किस्कू उर्फ विपिन किस्कू, खेमलाल महतो उर्फ खूबलाल, राजेंद्र सिंह, दलीचंद महतो, कैला उर्फ कैलाशचंद महतो, मेघलाल महतो और दालचंद्र महतो शामिल हैं.
मुठभेड़ के बाद धराया था नक्सली
दरअसल 21 अक्टूबर 2003 को पुलिस को यह सूचना मिली थी कि नक्सली संगठन एमसीसी का दस्ता निमियाघाट थाना इलाके के नगलो पहाड़ के धरधरिया चढ़ाई जंगल के पास घात लगाकर बैठा हुआ है. नक्सली 50-60 की संख्या में है और सभी के पास हथियार है. इनकी मंशा पुलिस बल पर हमला बोलकर पुलिस पार्टी की हत्या कर हथियार लूटने की है. इस सूचना के बाद उस वक्त के सदर एसडीपीओ, निमियाघाट थाना प्रभारी, सीआरपीएफ के पदाधिकारी के साथ डुमरी नगर थाना प्रभारी दलबल के साथ इलाके में पहुंचे थे. वहीं पर नक्सलियों ने पुलिस बल पर फायरिंग शुरू कर दी.