गिरिडीहःनक्सलियों द्वारा वसूली गयी लेवी राशि से अकूत सम्पति ( टेरर फंडिंग) जमा करने के मामले में जिला प्रशासन ने कड़ा कदम उठाया है. इस मामले में अब नामजद अभियुक्तों के खिलाफ अभियोजन की तैयारी कर ली गयी है. इसे लेकर गिरिडीह के डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने मधुबन थाना कांड संख्या 04/2018 के सभी 17 अभियुक्तों के खिलाफ अभियोजन चलाने की अनुशंसा सरकार के प्रधान सचिव, गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग से की है.
ये है नामजद
जिन नक्सलियों के खिलाफ अभियोजन की अनुशंसा की गयी है, उनमें भाकपा माओवादी सेंट्रल कमेटी मेम्बर अनल उर्फ पतिराम मांझी ( एक करोड़ का इनाम), स्पेशल एरिया कमेटी मेम्बर अजय महतो उर्फ अंजन उर्फ टाइगर ( 25 लाख का इनामी), जोनल कमिटी मेंबर रामदयाल महतो उर्फ बच्चन उर्फ अमर ( 10 लाख) के अलावा नक्सलियों के पैसे से सम्पति अर्जित करने के आरोपी मनोज चौधरी, झरीलाल महतो के साथ-साथ निमियाघाट थाना इलाके के नगलो निवासी टुकनी देवी, उमा देवी, कैलाश महतो, ललिया देवी, डुमरी की चौहनी देवी, डुमरी के दुधपनिया निवासी राजू महतो, राजू की पत्नी यशोदिया देवी, निमियाघाट के बरियारपुर निवासी रामेश्वर महतो, हीरोडीह के रेम्बा निवासी बच्चन कुमार त्रिवेदी, बच्चन त्रिवेदी की पत्नी उर्मिला देवी, धनबाद जिले के निचितपुर निवासी विनोद कुमार महतो, बोकारो जिले के बेरमो थाना इलाके के बड़कीटांड की बॉबी देवी शामिल हैं.
इन सभी के खिलाफ आरोप पत्र का साक्ष्य पाया गया. वहीं एसपी ने भी प्रस्ताव दिया था. इस मामले में सहायक लोक अभियोजक गिरिडीह के मंतव्य एक कागजातों के अवलोकन के बाद डीसी सिन्हा ने इन सभी 17 अभियुक्तों के खिलाफ धारा 13, 16, 17, 18 बी, 19, 20, 21 यूएपी एक्ट के अंतर्गत अभियोजन चलाने की अनुशंसा की है.
क्या है मामला