जमुआ,गिरिडीहः जिला में जमुआ थाना अंतर्गत नवडीहा ओपी क्षेत्र के आरागारो गांव निवासी 28 वर्षीय मुकेश मरांडी, मुकेश की पत्नी 26 वर्षीय खुशबू मुर्मू और दो वर्षीय पुत्री सोनाली कुमारी का शव सोमवार को जोधपुर से उनके गांव पहुंचा. शव गांव में पहुंचते ही मातम पसर गया. तीनों के शव को देखने के लिए हुजूम उमड़ पड़ा. देर शाम को तीनों लाशों को आदिवासी परंपरा के तहत अंतिम संस्कार ओझाडीह और ओरतका श्मशान घाट पर किया गया.
क्या है पूरा मामला
मृतक मजदूर के पिता लोगन मरांडी ने बताया कि मेरा पुत्र मुकेश मरांडी दो वर्ष पूर्व ही अलग हो गया था. बाद में गांव और आदिवासी समाज के लोगों के कहने पर मुकेश मरांडी मेरे साथ रहने लगा. उन्होंने बताया कि आठ महीने पहले मुकेश अपने परिवार के साथ ससुराल चला गया. वहीं से फोन के माध्यम से जोधपुर जाने की बात कही. जोधपुर पहुंचने के बाद फोन किया और बताया कि उसने राजस्थान के जोधपुर जिला वासनी हरिसिंह क्षेत्र में संचालित नागाणा राय मिनरल्स में काम पकड़ लिया है. पिता ने जानकारी देते हुए कहा कि मेरा पुत्र परिवार के साथ लॉकडाउन में घर आया था, मगर कंपनी की कर्मियों ने उसे दोबारा बुला लिया. घटना के बारे में उन्होंने कहा कि रविवार की शाम को उन्हें जानकारी मिली की मुकेश, उसकी पत्नी और बेटी की मौत संदिग्ध परिस्थिति में हो गयी है.
जहरीला पदार्थ खाने से हुई मौत