गिरिडीह:जैनियों के सबसे प्रमुख तीर्थस्थल गिरिडीह के सम्मेद शिखर मधुबन (Jain Religious Place Madhuban) में 23वें तीथर्ंकर भगवान पार्श्वनाथ के निर्वाण महोत्सव पर 2300 किलोग्राम का विशाल लड्डू (Laddu of 2300 kg) अर्पित किया गया. निर्वाण महोत्सव में देश-विदेश से जुटे हजारों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं.
जैनियों के तीर्थस्थल मधुबन में भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण महोत्सव, चढ़ाया गया 2300 किलोग्राम का लड्डू - झारखंड न्यूज
जैनियों के तीर्थस्थल मधुबन (Jain Religious Place Madhuban) में भगवान पार्श्वनाथ के निर्वाण महोत्सव पर 2300 किलोग्राम का लड्डू (Laddu of 2300 kg) चढ़ाया गया.
![जैनियों के तीर्थस्थल मधुबन में भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण महोत्सव, चढ़ाया गया 2300 किलोग्राम का लड्डू 2300 kg laddus offered to Lord Parshvanath in Madhuban of Giridih](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-16017556-thumbnail-3x2-madhuban.jpg)
मधुवन तीर्थक्षेत्र से 4440 फीट की ऊंचाई पर स्थित भगवान पार्श्वनाथ के मंदिर में यह विशाल लड्डू अर्पित करने के लिए 23 किलोमीटर लंबी शोभायात्रा निकाली गयी. सुसज्जित ट्रैक्टर पर रखे गये इस निर्वाण लड्डू के साथ भक्तों का लंबा काफिला चलता रहा. बुधवार और गुरुवार को इस दो दिवसीय महोत्सव का आयोजन मधुबन स्थित जैनियों की तेरहपंथी कोठी की ओर से किया गया. पूरा तीर्थस्थल क्षेत्र दो दिनों से णमोकार मंत्र और भगवान पार्श्वनाथ के जयघोष से गूंजता रहा.
बता दें कि जैनियों के 24 तीथर्ंकरों में से 20 की निर्वाण भूमि मधुबन है. इस वजह से यह उनका सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थल है. यहां भगवान पार्श्वनाथ का निर्वाण महोत्सव हर वर्ष धूमधाम से आयोजित होता है. इस वर्ष भी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार और झारखंड सहित विदेशों से हजारों श्रद्धालु पहुंचे हैं. महोत्सव का आयोजन मुनिश्री प्रमाण सागर जी महाराज, आचार्य भगवंत प्रमुख सागर जी महाराज समेत 21 जैन मुनियों के सानिध्य में हुआ.