गिरिडीह: एमसीएल कोल लिमिटेड (महानदी कोल फील्ड लिमिटेड) में माइनिंग सरदार की नौकरी दिलाने के नाम पर एक युवक से ठगी की गई है. उक्त नौकरी के लिए 9 लोगों से 20 लाख रुपये की उगाही की गई है. अब इस मामले को लेकर मुफस्सिल थाना में प्राथमिकी दर्ज की गई है.
बेरोजगार युवाओं को कोलियरी में नौकरी दिलाने के नाम पर 20 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. इसे लेकर बुधवार को बिरनी थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है. यह प्राथमिकी बिरनी थाना इलाके के बराई निवासी विक्रांत कुमार मंडल (माइनिंग इंजीनियरिंग में डिप्लोमा) के आवेदन पर दर्ज की गई है. कांड में बनियाडीह के पास रहने वाले सीसीएलकर्मी थामेश्वर गोप, थामेश्वर की बेटी मधुबाला कुमारी को मुख्य अभियुक्त बनाया गया है. इसके अलावा इनके सहयोगियों के नामों का जिक्र भी एफआईआर में किया गया है.
क्या है एफआईआर में
एफआईआर में ठगी के शिकार युवक ने कहा है कि एमसीएल कोल लिमिटेड में माइनिंग सरदार के पद के लिए वर्ष 2019 में आवेदन डाला था. 24 नवंबर 2019 को ओडिशा के संबलपुर में परीक्षा हुई थी. इसी दौरान गौतम कुमार वर्मा नाम के युवक ने बनियाडीह में उसकी मुलाकात मधुबाला कुमारी और उसके पिता से करवाई. मधुबाला व उसके पिता ने बताया कि कोल कंपनी में उसकी काफी जान पहचान है और एक ग्रुप है, जो नौकरी हर हाल में दिलवा देगा. दोनों ने यह भी कहा कि और भी कोई उम्मीदवार है तो उससे भी मिलवा दो सभी की नौकरी लग जाएगी.
बैंक खाते में लिया गया 10 लाख
इनकी बातों में आकर विक्रांत और अन्य 10 लोगों ने इनसे संपर्क किया. दोनों ने नौकरी के लिए भाग दौड़ के नाम पर सभी से 2-2 लाख रुपए लिए. इसमें से करीब 10 लाख रुपए बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया. यह रकम मोनिका कुमारी के खाते में 2 लाख, दीपक कुमार नाम के व्यक्ति के खाते में 5 लाख, मधुबाला कुमारी के खाते में 1.5 लाख, नीलकंठ नंदू के खाते में एक लाख जमा किया गया.
इसे भी पढ़ें-निरसा गांजा प्रकरण: बंगाल के SDPO मिथुन डे से गांजा प्रकरण में होगी पूछताछ, सीआईडी ने 1 सितंबर को हाजिर होने का दिया निर्देश
दिया गया फर्जी रिजल्ट
आवेदक ने कहा कि पैसा लेने के बाद जाली रिजल्ट का पीडीएफ फाइल भी सभी उम्मीदवारों के व्हाट्सएप के जरिए भेजा गया, ताकि उम्मीदवारों का विश्वास जीता जा सके. वहीं कई दफा भुनेश्वर, रांची, हजारीबाग दौड़ाया गया. जिसमें काफी पैसा भी खर्च हुआ. बाद में जब इनसे बात की गई तो कई तरह का बहाना बनाया गया. इतना ही नहीं एक बार जब इनसे मिलने बनियाडीह गए तो थामेश्वर गोप और उसके बेटे पवन गोप ने गाली-गलौज किया. वहीं मधुबाला ने गलत मुकदमा में फंसाने की धमकी दी.
ये हुए ठगी के शिकार
विक्रांत ने कहा कि उनके अलावा गिरिडीह के हीरोडीह थाना इलाके के नईटांड निवासी सचिन कुमार, मुफस्सिल थाना इलाके के गपई निवासी मुकेश मंडल, बिरनी के मधवाडीह निवासी गौतम वर्मा, डुमरी के नईटांड निवासी चन्द्रशेखर वर्मा, बिरनी के बराई निवासी संजीत कुमार मंडल, बिरनी के कटुटांड निवासी दिनेश कुमार मंडल, बिरनी के पडरमनिया निवासी दिनेश कुमार मंडल, बगोदर के अटकाडीह निवासी राजकुमार मंडल भी ठगी के शिकार हुए हैं. उन्होंने कहा कि नौकरी के नाम पर इन सभी का मूल शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी रख लिया गया है. इस मामले पर मुफस्सिल थाना प्रभारी रत्नेश मोहन ठाकुर ने कहा कि नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे मामले की जांच की जा रही है.