गिरिडीह: झारखंड के ऐसे लाल का आज शहादत दिवस है, जो जन संघर्षों की बदौलत जन नेता कहलाया. वो लाल थे बगोदर के शहीद विधायक महेंद्र सिंह. आज उनकी 19वीं पूण्यतिथि है. लगातार तीन बार बगोदर का प्रतिनिधित्व करने वाले महेंद्र सिंह एक ऐसे शख्स थे जिनकी शहादत के 19 साल बाद भी उन्हें याद करने के लिए हजारों की तादाद में लोगों की भीड़ बगोदर पहुंचती है.
जन सवालों को लेकर सड़क से सदन तक हुंकार भरने का काम उन्होंने हमेशा किया. पुलिसिया दमन और महाजनी प्रथा के विरोध में उनकी आवाज हमेशा उठती रही. अपने अंतिम भाषण में 11 जनवरी 2005 को उन्होंने कहा था कि मैं मारा जा सकता हूं मगर आपके सवालों से समझौता नहीं कर सकता हूं, झूठ नहीं बोल सकता हूं और वही हुआ. शहादत के पूर्व जब अपराधियों ने पूछा था कि कौन है महेंद्र सिंह तब उन्होंने कहा था मैं ही हूं महेंद्र सिंह और फिर अपराधियों ने उनपर गोलियां चला दी थी जिससे उनकी मौत हो गई थी.
महेंद्र सिंह के 19वें शहादत दिवस पर भाकपा माले के द्वारा बगोदर बस स्टैंड में जन संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा. पार्टी महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे. कार्यक्रम की शुरुआत शहीद विधायक महेंद्र सिंह के पैतृक गांव खंभरा से होगी. यहां स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. उसके बाद बगोदर स्थित किसान भवन और बस स्टैंड परिसर स्थित उनकी आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी जाएगी. इसके बाद जन संकल्प सभा का आयोजन किया जाएगा. सभा को बगोदर विधायक विनोद कुमार सिंह, राजधनवार के पूर्व विधायक राजकुमार यादव, भाकपा माले राज्य सचिव मनोज भगत आदि संबोधित करेंगे. जन सभा में 50 हजार लोगों की भीड़ जुटने की संभावना है.
बता दें कि 16 जनवरी 2005 को अपराधियों ने उस समय गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी जब वे एक चुनावी कार्यक्रम में शामिल हुए थे. सरिया थाना क्षेत्र के सुदूरवर्ती इलाका दुर्गी- ध्वैया में उनका चुनावी कार्यक्रम चल रहा था. झारखंड विधान सभा का दूसरा चुनाव 2005 में हो रहा था. बाइक पर सवार होकर पहुंचे अपराधियों ने भीड़ में पूछा था कि कौन है महेंद्र सिंह, तब महेंद्र सिंह ने सामने आकर कहा था मैं ही हूं महेंद्र सिंह, बोलिए क्या बात है. इतना सुनते ही अपराधियों ने गोली मारकर उनकी हत्या कर दी थी.