गढ़वाः सदर अस्पताल से मरीज को बाहर रेफर करने पर अस्पताल में हंगामा खड़ा हो गया. कुछ लोग स्थानीय विधायक का नाम लेकर डॉक्टर मुनाजिर हसन को देख लेने की बात कही. वहीं उन युवकों के जाने के बाद डॉक्टर ओपीडी नहीं करने की बात करते हुए चेंबर से बाहर निकल गए. काफी मान मनव्वल के बाद वह फिर से ओपीडी में बैठे और मरीजों का इलाज किया.
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मिथिलेश ठाकुर के आदमी होने की बात कही
बता दें कि मंगलवार को दुर्घटनाग्रस्त एक व्यक्ति सदर अस्पताल पहुंचा था. उस वक्त इमरजेंसी ड्यूटी में डॉ मुनाजिर हसन ने उसका इलाज किया और रांची रेफर कर दिया. बुधवार को करीब 11 बजे 5 से 6 युवक सदर अस्पताल पहुंचकर बच्चा रोग विशेषज्ञ डॉ मुनाजिर हसन से बहस करने लगे. वे जोर देकर कह रहे थे कि जब मरीज रेफर करने लायक नहीं था तो रेफर क्यों किया. युवकों ने विधायक मिथिलेश ठाकुर के आदमी होने की बात कही. युवकों के जाने के बाद डॉ मुनाजिर अपना ओपीडी छोड़कर बाहर निकल गए और ड्यूटी नहीं करने की बात करने लगे. उन्होंने जमकर अपना भड़ास निकाला. उन्होंने अपने इस आक्रोश से सदर अस्पताल के उपाधीक्षक को भी अवगत कराया. बाद में डॉ अमित कुमार और अन्य लोगों के आग्रह पर डॉ मुनाजिर ओपीडी में फिर से बैठे और मरीजों का इलाज किया.
डॉ मुनाजिर ने कहा कि वे बेइज्जत होकर काम नहीं करेंगे. उन्होंने कहा कि 15 साल कड़ी पढ़ाई और तपस्या कर डॉक्टर बने हैं. वे कहीं भी टेबल-कुर्सी लगाकर जी खा लेंगे.