गढ़वाः जिला में घटित दुष्कर्म की घटनाएं अब सामाजिक समस्या बन चुकी है. पुलिस इसे आपराधिक घटना मानकर अपनी कार्रवाई कर रही है. इसके बावजूद इस तरह की कई नई-नई घटनाएं भी सामने आ रही हैं. पुलिस इसे आपराधिक के साथ सामाजिक समस्या भी मान रही है और इसपर अंकुश लगाने के लिए पंचायत स्तर पर नुक्कड़ नाटक और बैठक कर लोगों को जागरूक करने का प्लान बना रही है.
नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म की घटनाएं समाज को डराने लगी है. लड़कियां नासमझी का शिकार बन रही हैं. ऐसी घटनाओं में पुलिस आरोपी को पकड़कर जेल भेज रही है फिर भी घटनाओं पर अंकुश लगाना मुश्किल हो गया है. पुलिस का मानना है कि इस तरह की घटनाओं में लड़कियों का कोई दोष नहीं है. इसके लिए लड़की के अभिभावक और कांड में शामिल पुरुष जिम्मेवार है. आरोपी पुरुष के खिलाफ तो, पुलिस त्वरित कार्रवाई कर रही है. अभिभावक इस तरह की घटनाओं से सजग नहीं हो रहे हैं. इस कारण दुष्कर्म की घटनाओं की पुनरावृति हो रही है. पुलिस ने घर में बच्चों को अच्छे संस्कार देने, दुष्कर्म जैसी अमानवीय घटनाओं से बच्चों और अभिभावकों से अवगत कराने की बात कही. साथ ही इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए ग्रामीणों के बची जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है.
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गांवों में चलाएगी जागरूकता अभियान
एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने कहा कि वो चाहते हैं कि दुष्कर्म की घटनाएं हॉलिस्टिक समस्या माना जाए. यह सामाजिक समस्या भी है. जब तक अभिभावक सजग नहीं होंगे ऐसी घटनाएं होती रहेंगी. बच्चों को इस बारे में बताने और जागरूक करने की जरूरत है. पुलिस दुष्कर्म की घटनाओं के खिलाफ पंचायत स्तर पर नुक्कड़ नाटक करेगी और प्रबुद्ध लोगों के साथ बैठक कर गांवों में जागरूकता लाएगी. साथ उन्होंने कहा कि पुलिस स्कूलों में इसे लेकर जागरूकता कार्यक्रम शुरू कर दी है, जिसके सुखद परिणाम दिख रहे हैं. लड़कियां खुलकर दुष्कर्म की घटना की निंदा कर रही हैं और महिला जीवन को आजीवन कलंकित करने वालों से हर तरह के मुकाबले के लिए तैयार रहने का दम दिखा रही हैं.