गढ़वा: जिले में एसपी और कनीय पुलिस पदाधिकारियों के बीच के विवाद का रुख अब जिला से निकलकर राज्य में पहुंच गया है. पुलिस एसोसिएशन की केंद्रीय जांच टीम ने इस प्रकरण में एसपी श्रीकांत एस खोटरे को दोषी ठहराया, जबकि अपने एसोसिएशन के लोगों को 100 प्रतिशत सही बताया. जांच टीम के सदस्यों ने कहा कि अब इस विवाद पर आगे का फैसला केंद्रीय नेतृत्व करेगी.
बता दें कि पुलिस एसोसिएशन की गढ़वा जिला इकाई के पदाधिकारियों ने एसपी श्रीकांत एस खोटरे पर कनीय पुलिस पदाधिकारियों का शोषण करने और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था. पत्र के माध्यम से अपने केंद्रीय नेतृत्व को इसकी जानकारी दी थी. प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित कर एसपी के खिलाफ कई तरह के आरोप भी लगाए थे, जबकि दूसरी ओर एसपी ने एसोसिएशन के आरोप को प्रमाणहीन बताया. इसके साथ ही कहा था कि दोषी पाए गए एसोसिएशन से जुड़े कुछ पुलिस पदाधिकारी कार्रवाई से तिलमिला गए हैं और भ्रामक आरोप लगाकर वरीय पदाधिकारी की छवि धूमिल करने का नियम विरुद्ध कृत्य कर रहे हैं.
चार सदस्यीय टीम ने की जांच
इस प्रकरण की जांच के लिए पुलिस एसोसिएशन की केंद्रीय नेतृत्व ने चार सदस्यीय जांच टीम का गठन किया, जिसमें संगठन के वरीय केंद्रीय उपाध्यक्ष अखिलेश्वर पांडेय, उपाध्यक्ष अरविंद यादव, प्रथम संगठन सचिव मो. आफताब आलम, रांची प्रक्षेत्र के मंत्री धर्मेंद्र कुमार सिंह को शामिल किया गया. जांच टीम ने गढ़वा पहुंचकर पहले एसोसिएशन के लोगों का बयान रिकॉर्ड किया. उसके बाद एसपी से मिलकर उनका पक्ष जाना.
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जांच पूर्ण करने के बाद जांच टीम के चेयरमैन अखिलेश्वर पांडेय ने कहा कि इस प्रकरण में गढ़वा एसोसिएशन के लोगों का एसपी के खिलाफ लगाए गए सारे आरोप सत्य पाए गए. एसपी की ओर से की गई कार्रवाई गलत है. इस मामले में जांच टीम एसपी को दोषी मानती है. उन्होंने कहा कि श्रीकांत एस खोटरे एसपी के रूप में जिले में रहने लायक नहीं हैं. ये जहां भी रहे हैं उनका रवैया ऐसा ही रहा है. जांच रिपोर्ट केंद्रीय नेतृत्व को सौंपी जाएगी. अब इस प्रकरण के संबंध में एसोसिएशन के केंद्रीय नेतृत्व ही निर्णय लेगी.