गढ़वा: पारा शिक्षकों का अब झामुमो सरकार से भी मोह भंग होने लगा है. इसके तहत पलामू प्रमंडल के लगभग 5 हजार पारा शिक्षकों ने स्थायीकरण और वेतनमान लागू करने को लेकर झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के गढ़वा जिला मुख्यालय स्थित आवास का घेराव किया. मंत्री ने उन्हें सरकार तक उनकी बातों को पहुंचाने और उनकी मांगों को पूरा कराने का आश्वासन दिया.
बता दें कि 2019 के विधान सभा चुनाव में झामुमो ने घोषणा की थी कि उसकी सरकार बनती है, तो तीन महीने के अंदर पारा शिक्षकों को स्थायी कर दिया जाएगा. साथ ही उन्हें अन्य सरकारी शिक्षकों की तरह वेतनमान दिया जाएगा. इधर राज्य में झामुमो की सरकार बनी तो पारा शिक्षकों ने खुशियां भी मनाईं, लेकिन झामुमो की सरकार एक वर्ष बीत जाने के बाद भी सरकार पारा शिक्षकों की समस्याओं पर कोई ठोस निर्णय नहीं ले सकी.
सरकार की टालमटोल की नीति से पारा शिक्षकों का झामुमो सरकार से उनका मोह भंग होने लगा है. पारा शिक्षकों ने अनुनय-विनय को छोड़ सरकार के खिलाफ आंदोलन का रुख अख्तियार करने का निर्णय लिया. इसी के तहत पारा शिक्षकों ने एकीकृत पारा शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के आवास का घेराव किया. इसमें पलामू प्रमंडल के गढ़वा, पलामू और लातेहार जिले के लगभग 5 हजार पारा शिक्षक शामिल हुए.
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मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने आवास का घेराव कर रहे पारा शिक्षकों से मुलाकात की. उनकी समस्याएं सुनी. उन्हें भोजन भी कराया. मंत्री ने कहा कि सरकार पारा शिक्षकों के लिए काम कर रही है. निदान के लिए पारा शिक्षकों और सरकार को दो-दो कदम पीछे हटना पड़ेगा. इसके लिए उन्हें तैयार होना चाहिए.