गढ़वाःउत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में हिंसक घटना के बाद पीड़ित परिवारों से मिलने झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष, दो मंत्री, विधायक और कार्यकर्ता जा रहे थे, लेकिन यूपी पुलिस ने इन कांग्रेसी नेताओं को बॉर्डर क्रॉस करने नहीं दिया. यूपी पुलिस ने उन्हें उत्तर प्रदेश की सीमा में पांव तक नहीं रखने दिया. इससे गुस्साए कांग्रेस नेता बॉर्डर पर धरने पर बैठ गए. इस दौरान योगी और मोदी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और फिर वापस लौट गए.
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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के नेतृत्व में कृषि मंत्री बादल पत्रलेख, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, विधायक बंधु तिर्की, ममता देवी, नमन विक्सल कोंगाड़ी सहित कई कांग्रेस कार्यकर्ता लखीमपुर खीरी के लिए प्रस्थान किये. बुधवार की रात 12 बजे के बाद यूपी बॉर्डर पहुंचे, जहां बड़ी संख्या में यूपी पुलिस तैनात थी. यूपी पुलिस ने धारा-144 का हवाला देते हुए बॉर्डर पर ही उन्हें रोक दिया. इन नेताओं ने यूपी में घूसने के लिए काफी मशक्कत की, लेकिन बॉर्डर पार नहीं कर सके और वापस लौटना पड़ा.
क्या कहते हैं कांग्रेस के नेता यूपी से चल रही है तानाशाही सरकार
यूपी पुलिस के रवैये के विरोध में झारखंड कांग्रेस के नेता झारखंड की सीमा में बॉर्डर पर धरना पर बैठ गए. प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केंद्र की मोदी और यूपी में योगी सरकार तानाशाह हो गई है और जनता की भावनाओं पर कुठाराघात कर रही है. उन्होंने कहा कि केंद्रीय राज्य मंत्री का बेटा अपनी गाड़ी से खुलेआम किसानों को कुचलकर हत्या कर देता है और सरकार कार्रवाई करने के बदले हाथ पर हाथ रखकर बैठी है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार आरोपी को बचाने में लगी है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसे तानाशाह सरकार को उखाड़ फेंकेगी.