गढ़वाः जिला मुख्यालय में एनसीसी 44 बटालियन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैम्प लगाया गया. इसमें बालक-बालिका कैडेट को युद्ध की स्थिति में देश की जनता को सुरक्षा देने, उन्हें सुरक्षित स्थान तक पहुंचाने और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
गढ़वा में लगा एनसीसी का पांच दिवसीय कैंप, कैडेट को दी जा रही हथियार चलाने की ट्रेनिंग
गढ़वा जिला मुख्यालय में एनसीसी 44 बटालियन का पांच दिवसीय प्रशिक्षण कैम्प लगाया गया. इसमें कैडेट को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है.
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बता दें कि जिला मुख्यालय के एसएसजेएस नामधारी कॉलेज में एनसीसी का सीबीसी कैम्प शुरू हुआ है। पांच दिनों तक चलने वाले इस कैम्प में 126 कैडेट भाग ले रहे हैं, जिसमें लड़कियां भी शामिल हैं. उन्हें फिजिकल, शैक्षणिक, फायरिंग और मैपिंग की ट्रेनिंग दी जा रही है. उन्हें सेना के जवानों की तरह प्रशिक्षण दिया जा रहा है, विकट स्थिति में उन्हें किसी भी तरह के सेवा और सुरक्षा के कार्यों में लगाने लायक बनाया जा रहा है. यहां तक कि दूसरे देश से युद्ध की स्थिति में उन्हें हथियार चलाने की भी पूरी जानकारी दी जा रही है. कैडेट को सूबेदार शिवचरण बड़ाइक, नायब सूबेदार जे एक्का, हवलदार वीरेंद्र सिंह, धरम खड़िया और हिमांशु अहीर अलग-अलग टॉपिक पर ट्रेनिंग दे रहे हैं. एनई धीरेंद्र कुमार मिश्र और शशांक चौबे कैम्प की व्यवस्था देख रहे हैं.
सूबेदार शिवचरण बड़ाइक ने कहा कि पांच दिनों की ट्रेनिंग में कैडेट को इस लायक बनाया जाएगा कि जरूरत पड़ने पर वे युद्ध में भी भूमिका निभा सकें. चाहे हथियार चलाने की जरूरत पड़े या मानव की सेवा की, सभी स्थिति से निपटने में वे सक्षम हों.