गढ़वाः गरीबों के साथ गजब की विडंबना है. एक ओर जहां सरकार उनके उन्नयन और सुविधा के लिए कई योजनाएं चला रही है वहीं दूसरी ओर उन योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए जनप्रतिनिधि और सरकारी बाबू गरीबों से मोटी रकम की चाह रखते हैं.
सरकारी योजनाओं में कमीशन नहीं मिलने पर गरीबों को फाइलों में जिंदा ही मार दिया जाता है. इसी तरह की रूह कंपा देने वाली एक घटना गढ़वा में उजागर हुई है.
जहां एक गरीब को प्रधानमंत्री आवास में कमीशन नहीं देने पर फाइलों में मार दिया गया. आवास से वंचित वह गरीब अब आवास की चाहत को छोड़ स्वयं को जिंदा होने का सबूत लेकर सरकारी दफ्तरों का चक्कर लगा रहा है.
बता दें की गढ़वा जिले के डंडई प्रखण्ड अंतर्गत जरही पंचायत के निमिया घाट टोला वार्ड-1में झोपड़ीनुमा आवास में एक गरीब रघुवीर चौधरी अपने परिवार के संग रहते हैं.
प्रधानमंत्री आवास के लिए उनका चयन हुआ था. चयनितों की सूची लेकर वार्ड पार्षद जनधन यादव अपने वार्ड के चयनित व्यक्तियों से आवास के निबंधन के लिए तीन-तीन हजार रुपये वसूलते हुए रघुवीर चौधरी के पास पहुंचता है.
गरीबी का रोना रोते हुए रघुवीर कमीशन देने से इनकार कर देते है. वार्ड पार्षद उनका आवास रद्द कराने की धमकी देता है. उसके बाद आवास वितरण के लिए की गई आमसभा में रघुवीर चौधरी को मृत होने और उसके एक भी उत्तराधिकारी के जीवित नहीं होने का का झूठा प्रमाण प्रस्तुत करता है.