गढ़वाः कोरोना का नाम सुनते ही लोग सिहर उठते हैं. वहीं, खुद जोखिम का चोला पहनकर कोरोना प्रभावित क्षेत्रों के लोगों का जीवन बचाने का कार्य वास्तव में सेवा की प्रकाष्ठा है और असल मायने में यही योद्धा है जो अंतहीन भय के भंवर में फंसे लोगों के लिए जीवन की ज्योति बन रहे हैं. गढ़वा में यह सिद्ध कर दिखाया है चेंबर अध्यक्ष बबलू पटवा और उनकी टीम की.
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जिले में जिस क्षेत्र से कोरोना के तीन संक्रमित मरीज मिले हैं, उस जगह को प्रशासन ने रेड जोन घोषित कर वहां कर्फ्यू लगा दिया है. पुलिस भी तैनात है. पांच मोहल्ले के कुल 113 घरों के सभी मार्गों को सील कर दिया गया है. वहां, रहने वाले लोगों में कोरोना का भय इतना है कि वे खुद से अपने घरों में कैद हो गए हैं. जब गढ़वा चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष बबलू पटवा को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने चेंबर महामंत्री राजकुमार, गोपाल सोनी जैसे लोगों के साथ मिलकर एक टीम बनायी और प्रशासन की अनुमति से उस क्षेत्र में सेवा कार्य शुरू किया. बता दें कि कर्फ्यू वाला इलाका मुस्लिम बाहुल्य है. टीम उस क्षेत्र के लोगों के लिए प्रतिदिन हरी सब्जियों का पैकेट उपलब्ध करा रही है.
इसके साथ ही दवा, बच्चों के दूध से लेकर खाने-पीने की सारी सामग्री की आपूर्ति की जा रही है. यहां तक कि टीम के लोग गेंहू पिसवाने तक का कार्य कर रहे हैं. टीम लीडर बबलू पटवा घर-घर जाकर उनकी जरूरतों को पूछते हैं. लोग उन्हें आवश्यक सामग्री की लिस्ट थमाते हैं. कुछ घंटों में ही लोगों को सामग्री उपलब्ध करा दी जाती है.
चेंबर सदस्य गोपाल सोनी ने कहा कि इस क्षेत्र में मुस्लिम धर्म के लोग ज्यादा हैं और रोजा को ध्यान में रखकर उनकी सेवा की जा रही है. चेंबर महामंत्री राजकुमार ने कहा कि सेवा के इस कार्य से वे गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. वहीं, चेंबर अध्यक्ष बबलू पटवा ने कहा कि मुहल्लेवासियों के सारे कार्य किये जा रहे हैं जिसकी आवश्यकता वे महसूस कर रहे हैं.