जमशेदपुर: एमजीएम मेडिकल (MGM Medical College Jamshedpur) कॉलेज के छात्रों ने जमशेदपुर के मानगो थाना क्षेत्र में रहने वाले एक 25 वर्षीय युवक को बुरी तरह पीटा, जिससे उसके दोनों आंखों की रोशनी चली गई. पीड़ित युवक रौशन रजक के परिजनों ने जिला प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने और रोशन की आंखों के इलाज को लिए मदद की गुहार लगाई है.
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क्या है पूरा मामला: दरअसल, 9 मई को रोशन रजक प्रत्येक दिन की तरह डिमना लेक मॉर्निंग वॉक में जा रहे थे. इस दौरान एमजीएम मेडिकल कॉलेज के प्रवेश द्वार के पास चार छात्र शराब के नशे में धुत एक वकील की बेरहमी से पिटाई कर रहे थे. रोशन ने छात्रों का विरोध किया और वकील की पिटाई करने से मना किया. जिसके बाद चारों छात्र रोशन के ऊपर टूट पड़े. छात्रों ने रोशन के साथ गाली गलौज की और उसके माथे में बीयर की बोतल से प्रहार किया. जिसके बाद रोशन बेहोश होकर गिर गया. स्थानीय लोग रोशन को घर लेकर पहुंचे लोकिन, रोशन को कुछ दिखाई नहीं दे रहा था. परिजन उन्हें अस्पताल लेकर गए, जहां पता चला कि उनकी दोनों आंखें खराब हो चुकी है. जिसके बाद में परिजन रोशन को कोलकाता के शंकर नेत्रालय लेकर गए, जहां डॉक्टर ने कहा कि उसकी दोनों आंखों की रौशनी चली गई है. हालांकि डॉक्टर ने यह भी कहा कि इलाज में लाखों रुपए खर्च होंगे, जिसके बाद शायद वह फिर से देख सके.
प्रशासन नहीं कर रही कार्रवाई: रोशन घर का एकमात्र कमाने वाला युवक है. उसके दो छोटे-छोटे बच्चे हैं, घर में भुखमरी छा गई है. मदद के लिए रोशन के परिजनों ने भाजपा नेता विकास सिंह से संपर्क किया. जिसके बाद भाजपा नेता विकास सिंह ने जिला प्रशासन को पूरे मामले से अवगत कराया लेकिन, घटना के करीब 16 दिन बीत जाने के बाद भी ना तो इस अपराध को अंजाम देने वाले छात्रों पर कार्रवाई हुई, ना ही रोशन के परिवार को प्रशासन की ओर से कोई मदद मिली है. जिसके बाद रौशन के परिजनों के साथ भाजपा नेता विकास सिंह एसएसपी कार्यालय पहुंचे और अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग की.
मां ने कहा मेरी आंखें बेटे को दे दो: एसएसपी कार्यालय पहुंची रोशन की मां ने कहा कि मैं अपनी आंख अपने बेटे को देने के लिए तैयार हूं, मेरी आंख निकाल कर मेरे बेटे को दे दो. विकास सिंह ने कहा कि अपराधी अगर सलाखों के पीछे नहीं पहुंचे तो परिजनों के साथ वे आमरण अनशन पर बैठेंगे. मौके पर पहुंचे अनुसूचित जाति के नेता विमल बैठा ने कहा कि मैं मामले को राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के सामने रखूंगा और परिवार को मदद दिलाने का प्रयास करूंगा.